लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार की तुलना ब्रिटिश राज से की. उन्होंने कहा कि ईस्ट इंडिया कम्पनी के जरिये भारत को गुलाम बनाने वाले अंग्रेजों की तरह बीजेपी भी देश में 'कम्पनी शासन' थोपना चाहती है.


अखिलेश ने एक बयान में बीजेपी पर किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाते हुए कहा, ''किसान की आय दोगुनी होने की दूर-दूर तक सम्भावना नहीं है. सच तो यह है कि किसान की जो आमदनी थी, बीजेपी के राज में वह भी खत्म हो गई. बीजेपी कम्पनी शासन थोपना चाहती है, इसी तरह ईस्ट इण्डिया कम्पनी के जरिए अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया था. इसका जवाब जनता साल 2022 (आगामी विधानसभा चुनाव) में देगी.''


सरकार ने किसानों की मर्जी के बगैर अपना कानून थोप दिया- अखिलेश


नये कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई महीनों से जारी किसानों के आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''जब हजारों किसान कोई मांग उठा रहे हैं तो बीजेपी सरकार को उसका समाधान करना चाहिए. मगर बीजेपी सरकार ने तो किसानों की मर्जी के बगैर अपना कानून थोप दिया है. किसानों को आशंका है कि नए कृषि कानूनों से उनकी खेती छिन जाएगी और वह खेत का स्वामी न रहकर खेतिहर मजदूर बन जायेंगे. केन्द्र सरकार किसानों को सुरक्षा देने के मामले में आश्वस्त करने में विफल रही है.''


अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की किसानों के प्रति हठधर्मिता के चलते अब अतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी किसान आंदोलन की गूंज होने लगी है. कई देशों के समाजसेवियों ने भारत के किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है.


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