अलबर्टा यूनिवर्सिटी के साथ कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने मिलकर एक ऐसा टेस्ट विकसित किया है जो दिमाग के सारे राज खोल देगा. अब किसी भी व्यक्ति के बारे में जाना जा सकता है कि उसकी बौद्धिक काबिलियत क्या है. पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए उनकी काबिलियत के आधार पर उनके संभावित करियर का चुनाव कर सकेंगे. इतना ही नहीं, रोजगार देने वाली कंपनियां भी यह जान सकेंगी कि कोई व्यक्ति उनके लिए कितना फायदेमंद साबित होगा. टेस्ट के बाद किसी कंपनी को अपने लिए किसी व्यक्ति का चुनाव करने में आसानी रहेगी.


कनाडा स्थित अलबर्टा यूनिव्रसिटी के प्रोफेसर जेपी दास और देश के शीर्ष मनोवैज्ञानिकों व क्लीनिकल मनोचिकित्सकों की टीम ने ब्रेन बेस्ड इंटेलिजेंस टेस्ट (बीबीआईटी) बनाया है. तीन सालों की रिसर्च के और कड़ी मेहनत के बाद इस टेस्ट को बनाने में कामयाबी मिली है. बीबीआईटी नाम के इस टेस्ट को देश मे लॉन्च कर दिया गया है. इस टेस्ट को ईजाद करने में आईआईटी कानपुर के मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बृजभूषण का भी अहम योगदान रहा.


पता लगेगी इंसान की काबिलियत
प्रो. बृजभूषण ने बताया कि साइकोलॉजी में आदमी की बौद्धिक क्षमता को पहचानना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. बीबीआईटी के दो प्रमुख अंग है- पहला एग्जीक्यूटिव प्लानिंग एंड फंक्शनिंग और दूसरे को इंफॉर्मेशन एंड इंटीग्रेशन कहा जाता है. इन दोनों के बीच कई सारे सब टेस्ट हैं. जिसके जरिए किसी भी व्यक्ति की बौद्धिक काबिलित को मापा जा सकता है. इस टेस्ट के जरिए पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति किस फील्ड में एक्सपर्ट है. इस टेस्ट से ब्रेन का हर राज जाना जा सकेगा. 


यह भी पता लगाया जा सकेगा कि कौन सा व्यक्ति कौन सा काम बेहतर तरीके से कर सकता है. यदि कोई शिक्षण संस्थान अपने छात्रों की रुचि के बारे में जानना चाहता है तो इस टेस्ट से जान सकता है. इस टेस्ट से परंपरागत आईक्यू टेस्ट बदल जाएगा.


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