Alert! महिला ने Netflix सब्सक्रिप्शन के लिए लिंक पर किया क्लिक, गवां बैठी एक लाख तीस हजार रुपए, पुलिस कर रही अलर्ट
Ghaziabad: साइबर क्राइम में ऑनलाइन शिकार ज्यादा बनाया जाता है. ऑनलाइन ठगी के शिकार होने पर शिकायत करने के बाद भी फिर से साइबर के शिकार हो सकते हैं.
साइबर क्राइम (Cyber Crime) में ऑनलाइन शिकार ज्यादा बनाया जाता है. ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) के शिकार होने पर शिकायत करने के बाद भी फिर से साइबर के शिकार हो सकते हैं. पहले कम ठगी हुई हो लेकिन दोबारा ज्यादा बड़ी ठगी हो जाए ऐसे कई मामले प्रकाश में पुलिस (Police) के सामने आते हैं. जनपद गाजियाबाद (Ghaziabad) में भी कई ऐसे मामले सामने आए. इन मामलों में ऑनलाइन ठगी की गई या पैसे हड़प लिए. इसके अलावा किसी वेबसाइट का लिंक भेजा, स्वयं को पेटीएम कस्टमर केयर सेंटर (Paytm Customer Care) का कर्मचारी बताया और सामने वाले के साथ ठगी कर ली.
कैसे मामले आए सामने
गाजियाबाद में तीन माह के अंदर कई ऐसे केस आए हैं. जिनके साथ साइबर फ्रॉड किया गया. इस मामले में पीड़ितों ने साइबर पुलिस को सूचना दी जिसमें तत्काल शिकायत दर्ज की गई. साइबर सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया साइबर क्राइम के खिलाफ लगातार पुलिस कार्रवाई करती रहती है. पुलिस ने तीन माह के अंदर 43 लाख रुपए पीड़ितों को दिलवाए हैं. इसमें कई तरह के मामले सामने आए हैं. जैसे एक महिला की शिकायत आई कि उन्हें नेटफ्लिक्स का सब्क्रिप्शन लेना था. लेकिन उन्होंने गलत लिंक पर सब्सक्रिप्शन कर दिया. जिससे साइबर ठगी करने वालों ने एक लाख तीस हजार रुपए हड़प लिए. ऐसे ही अलग-अलग तरह से कई लोगों के साथ ठगी की गई है.
कहां करें शिकायत
हालांक इन मामलों में पुलिस ने ऐसे पीड़ितों को पैसे वापिस करवाए हैं, जबकि लगातार पुलिस कई केस पर कार्य कर रही है. पुलिस का कहना है कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए. पेटीएम वॉलेट के द्वारा अन्य साइबर फ्रॉड के द्वारा जो भी अपराध होता हैं, 24 घंटे के अंदर तत्काल पुलिस को सूचना देनी चाहिए. शिकायत दर्ज के बाद संबंधित एजेंसी को सूचना दे दी जाती हैं. ईमेल के माध्यम से गाजियाबाद साइबर पुलिस कई केस पर वर्कआउट भी कर रही है. साइबर अपराध करने वालों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है.
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