अमेठी: देश के कई राज्यों में फैले बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर अमेठी स्वास्थ्य विभाग ने भी जिले में अलर्ट जारी कर दिया है. अमेठी के जिला अस्पताल में बर्ड फ्लू का एक वार्ड भी बना दिया गया है. अमेठी सीएमओ ने सभी सीएचसी अधीक्षकों को अपने क्षेत्र में संचालित पोल्ट्रीफार्म का निरीक्षण कर संचालकों को बर्ड फ्लू के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सावधानी बरतने के सख्त निर्देश दिए है. साथ ही जिले के संचालकों से अपील करते हुए कहा कि देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू को लेकर एडवाइजरी जारी हुई है. जो लोग मांसाहारी है वो कुछ दिनों तक पक्षियों के सेवन से बचें.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में बर्ड फ्लू को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. जिले में बड़े स्तर पर पोल्ट्रीफार्म चल रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते पोल्ट्री फार्म का कारोबार एक बार तो करीब पूरी तरह से बंद सा हो गया था लेकिन धीरे-धीरे पोल्ट्रीफार्म का व्यवसाय सुधरने लगा था. कई राज्यों में फैले बर्ड फ्लू की सूचना से जिले के पोल्ट्री व्यवसाईयों में हड़कंप मचा गया है. पिछले कुछ सालों में तकरीबन हर पांच से दस किलोमीटर पर एक केंद्र संचालित हो रहे हैं. अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष दुबे के निर्देश पर अमेठी के समस्त CHC अधीक्षक अपने क्षेत्र में संचालित केंद्रों का निरीक्षण कर वहां मौजूद पक्षियों की गिनती कर उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही हर तरह के पक्षियों से रहे दूर रहने की सलाह भी दी जा रही है.
अमेठी में बड़ी क्षमता के 500 से अधिक निजी पोल्ट्री फार्म
सीएमओ ने कहा है कि कहीं भी यदि पालूत व उड़ने वाली पक्षियों की मौत स्वत: हो तो तत्काल इसकी सूचना नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र व एएनएम सेंटर पर दें. फिलहाल जिले में पक्षियों के मरने की अभी तक कोई सूचना नहीं है. फिर भी अमेठी का स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से सतर्क मोड पर है. अमेठी के मलिक मोहम्मद संयुक्त जिला चिकित्सालय में बर्ड फ्लू का एक वार्ड भी बना दिया गया है. इस वार्ड में बर्ड फ्लू से प्रभावित होने पर स्वाइन फ्लू की दवा समेत सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
आपको बता दें कि अमेठी के जगदीशपुर इंडस्ट्रियल एरिया में पोल्ट्री उद्योग का बड़ा कारोबार होता है. यहां विदेशी कंपनियों समेत स्थानीय लोग बड़े स्तर पर चूजे, फार्म में लेयर ब्वायलर, मुर्गी दाना और दवा मंगाकर इंटिग्रेशन का व्यवसाय करते हैं. यहां पर अधिकतर पोल्ट्री फॉर्म व्यवसाई हरियाणा समेत कई अन्य प्रदेशों से आपूर्ति लेते हैं. बाहरी प्रदेशों से आने वाले चूजे के साथ यहां भी बर्ड फ्लू के फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है. बर्ड फ्लू के भय से चिकन का व्यवसाय भी पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. अमेठी में बड़ी क्षमता के 500 से अधिक निजी पोल्ट्री फार्म हैं तो कई व्यवसायी ऐसे हैं जो पड़ोसी जिलों के एक हजार से अधिक मुर्गी फार्म में दूसरे प्रदेशों से लाए गए करीब 50 लाख चूजे डलवाते हैं.
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