Aligarh: सात साल पहले जिस लड़की की हत्या के आरोप में शख्स गया था जेल वो मिली 'जिंदा', जांच शुरू
2015 में विष्णु पर किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने और हत्या कर साक्ष्य मिटाने का आरोप लगा था और उसे जेल भेज दिया गया था. अब लड़की के जिंदा मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
Aligarh News: अलीगढ़ (Aligarh) में एक ऐसा मामला आया है जिसे सुनकर हर कोई आवाक रह गया. यहां सात साल पहले जिस लड़की के अपहरण और हत्या के आरोप में एक युवक जेल में बंद है उसी लड़की को पुलिस ने गिरफ्तार (Murder) कर कोर्ट में पेश किया है. बताया जा रहा है कि युवती नाम बदलकर हाथरस में रह रही थी. युवती की शादी हो चुकी है और उसके दो बच्चे भी हैं. वहीं, अब जेल में बंद युवक विष्णु की मां ने न्यायालय से गुहार लगाई है. दरसअल जिस लड़की हत्या और अपहरण के मामले में युवक विष्णु 7 साल से जेल की सलाखों के पीछे है. वही अब युवती के रूप में जिंदा मिली है. पुलिस को उसके हाथरस (Hathras) इलाके में पति और दो बच्चों के साथ रहने की जानकारी मिली थी जिसे पुलिस ने आज हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया है.
शख्स के मां ने दी ये जानकारी
पिछले दिनों गोंडा थाना क्षेत्र के ढाठोली में एक कथावाचक ने गांव की रहने वाली सुनीता नाम की महिला को बताया कि उसका बेटा जिस लड़की की हत्या में सजा काट रहा है. वह हाथरस इलाके में रह रही है और जिंदा है. कथावाचक उस क्षेत्र में कथा करने गया तो उसने उस युवती को जिंदा देखा. इस पर महिला सुनीता एसएसपी कलानिधि नैथानी से मिली थी. सुनीता ने बताया कि उसके निर्दोष बेटे विष्णु को गांव की एक किशोरी के अपहरण और हत्या के जुर्म में जेल भेजा गया है. वही सुनीता ने बताया कि जिस लड़की की हत्या के मामले में जेल भेजा गया. वह जिंदा है और शादी कर हाथरस में रह रही है. यह बात सुनकर एसएसपी अचंभित हुए और घटना की गंभीरता से जांच के लिए थाना गोंडा प्रभारी को निर्देश दिया था.
जानें- पूरा मामला
17 फरवरी 2015 को 10वीं में पढ़ने वाली छात्रा के गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना गोंडा में दर्ज हुई थी. इस मामले में गांव की अनीता के इकलौते बेटे विष्णु पर संदेह जताया, हालांकि कई महीने तक पड़ताल के बाद किशोरी का सुराग नहीं मिला. वहीं, आगरा में एक किशोरी की लाश मिली. उसके शरीर पर मिले कपड़ों के आधार पर गोंडा निवासी पिता ने अपनी बेटी के रूप में शव की पहचान की और विष्णु पर हत्या का आरोप लगा दिया. विष्णु पर किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने और हत्या कर साक्ष्य मिटाने के आरोप में 25 सितंबर 2015 को चार्जशीट दायर करते हुए विष्णु को जेल भेज दिया गया. कुछ दिनों के लिए विष्णु जमानत से बाहर आया. लेकिन कोर्ट में मुकदमे का ट्रायल होने पर विष्णु फिर जेल की दीवारों के पीछे चला गया, हालांकि इस बीच विष्णु के परिवार ने गायब किशोरी की जानकारी जुटानी शुरू की और लड़की के जिंदा होने का पता चला. वहीं मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि माननीय न्यायालय के समक्ष युवती को पेश किया गया है. डीएनए जांच का अनुरोध किया गया है.
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