Aligarh News: अब खुले आसमान नहीं गुजरेंगी बेसहारा लोगों की सर्द रातें, प्रशासन की ओर से की गई तैयारी
Aligarh News: सर्दियां शुरू होते ही जिला प्रशासन के निर्देश पर निगम व निकाय क्षेत्रों में नियमित रैन बसेरों के साथ अस्थायी शेल्टर होम्स संचालित कर दिए गए हैं. जिसमें लोग सर्द रातें गुजार सकेंगे.
Aligarh News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की सर्दी और शीत लहर चलना शुरू हो गया है, ऐसे में अलीगढ़ प्रशासन की ओर से खुले आसमान और फुटपाथ पर जिंदगी गुजारने वाले लोगों के लिए रैन बसेरों का इंतजाम किया गया है. जगह-जगह पर रैन बसेरे बनाए जा रहे हैं ताकि बेसहारा लोगों को ठंड के कहर से बचाया जा सके.
सर्दियां शुरू होते ही जिला प्रशासन के निर्देश पर निगम व निकाय क्षेत्रों में नियमित रैन बसेरों के साथ अस्थायी शेल्टर होम्स संचालित कर दिए गए हैं. रेलवे एवं बस स्टेशन के नजदीक नौरंगीलाल इंटर कॉलेज के पास 75 बेड का एक बड़ा अस्थायी शेल्टर होम स्थापित किया गया है. इसके साथ ही कंपनीबाग चौराहे के निकट नगर-निगम द्वारा 100 बेड का स्थायी शेल्टर होम भी क्रियाशील कर दिया गया है.
अलीगढ़ प्रशासन ने बनवाए रैन बसेरे
रैन बसेरों में अलाव के साथ ही निःशुल्क विश्राम करने की व्यवस्था, पेयजल, शौचालय, प्रकाश, प्राथमिक उपचार एवं सुरक्षा गार्ड की भी व्यवस्था की गई है. रैन बसेरों के संचालित होने से सर्दी के मौसम में यात्रियों समेत बेसहारा गरीब लोगों को इनमें आसरा मिल सकेगा. बढ़ती सर्दी के बीच खुले में फुटपाथ पर रहने वाले लोगों के लिए नगर निगम द्वारा जगह-जगह रैन बसेरे बनाए जा रहे हैं.
नौरंगीलाल इंटर कॉलेज पर बनाए गए रैन बसेरे में गर्म बिस्तर का इंतजाम किया गया है. चारपाई पर बिछावन, रजाई-गद्दे और कंबल की व्यवस्था की गई है. रैन बसेरों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा मजिस्ट्रेट समेत निगम के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं. सर्दियों में ये रैन बसेरे उन बेसहारा लोगों के लिए बहुत बड़ा सहारा बन रहे हैं जिनके पास इस मौसम में सिर छुपाने के लिए न तो छत है और न सोने के लिए बिस्तर.
सर्दी शुरू होते ही शहरी एवं निकाय क्षेत्र में स्थापित रैन बसेरों में राहगीरों का ठहराव शुरू हो गया है. जिलाधिकारी के सख्त निर्देश पर शेल्टर होम्स में बेहतर बुनियादी सुविधाएं की गई हैं. जिलाधिकारी ने पहले ही मजिस्ट्रेट्, निगम एवं निकाय क्षेत्र के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो देर शाम क्षेत्र भ्रमण कर सुनिश्चित करेंगे कि कोई व्यक्ति फुटपाथ पर खुले में न सोए. यदि कोई व्यक्ति फुटपाथ पर लेटा पाया जाता है तो उसे नजदीक के शेल्टर होम में पहुंचाया जाए.
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