Aligarh News: अलीगढ़ के घंटाघर पार्क के समीप करणी सेना के पदाधिकारियों के द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया है. करणी सेना का कहना है हर रोज महिलाओं के ऊपर अत्याचार किए जा रहे हैं. जिसको लेकर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की जाती. जिससे आरोपियों के मनोबल हर रोज बड़ते नजर आते हैं. जल्द ऐसे आरोपियों के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो करणी सेना को खुद मैदान में उतरना पड़ेगा. साथ ही महिलाओं के लिए शस्त्र लाइसेंस उपलब्ध कराने की मांग इन के द्वारा की गई है.


दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ का है, जहां घंटाघर पार्क से अटल चौराहे तक आक्रोश रैली का आयोजन करणी सेना के पदाधिकारियों के द्वारा किया गया है. इसमें उनके द्वारा हर रोज महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए कासगंज की घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त किया है. करणी सेना के पदाधिकारियों का कहना है. कासगंज में मोहिनी नाम की महिला अधिवक्ता के साथ बर्बरता के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई है. इसको लेकर देश भर में महिलाएं असुरक्षित बताई गई है.


आरोपी को गोली मार देनी चाहिए
महिला के ऊपर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए करणी सेना के द्वारा बड़ा बयान दिया है. करणी सेना के पदाधिकारियों का कहना है, महिलाएं असुरक्षित हैं तो महिलाओं को काली और चंडी का रूप अपनाने की जरूरत है. साथ ही जिस महिला के साथ किसी भी तरह की बर्बरता होती है. उस महिला के द्वारा तत्काल आरोपी को गोली मार देनी चाहिए. इस तरह के कानून की मांग करनी सेना के द्वारा की गई है. 


करणी सेना ने यह भी कहा कि महिलाओं को हथियार रखने की भी आवश्यकता है, सरकार को प्रत्येक महिला को हथियार उपलब्ध कराना चाहिए. जिससे वह अपनी रक्षा स्वयं कर सके इसको लेकर करणी सेवा के पदाधिकारी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. करणी सेना का कहना है यह हमारा आक्रोश व्याप्त करने का समय नहीं सब लोगों को जागरूक रहते हुए महिलाओं के ऊपर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है. जल्द सरकार के द्वारा आरोपियों को बीच चौराहे पर खड़ा करके गोली या फिर फांसी नहीं लगाई गई तो करणी सेना के द्वारा कासगंज में कूच की जाएगी.


क्या कहते है करणी सेना के जिलाध्यक्ष
ठाकुर मुकेश रावल के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया आज घंटाघर चौराहे से अटल चौक तक आक्रोश रैली निकाली गई है कासगंज में महिला अधिवक्ता की हत्या के विरोध में यह आक्रोश रैली निकाली गई है जल्द आरोपियों को 20 दिन के अंदर फांसी या फिर गोली नहीं मारी गई या फिर पुलिस के द्वारा एनकाउंटर नहीं किया गया तो करणी सेना के द्वारा कासगंज में कूच की जाएगी फिलहाल उनका शांतिपूर्वक तरीके से आक्रोश मार्च निकाला गया है.


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