अलीगढ़: फेयर मीट फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव, 5 महिलाएं बेहोश, फैक्ट्री में मचा हड़कंप
बेहोश हुई पांच महिलाओं को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को स्थिर बताया. डॉक्टरों का कहना है कि समय पर उपचार न मिलता, तो यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी.
Aligarh News: अलीगढ़ के थाना रोरावर इलाके की फेयर एक्सपोर्ट मीट फैक्ट्री में मंगलवार को हड़कंप मच गया. बताया जाता है अमोनिया गैस का रिसाव होने के कारण फैक्ट्री के भीतर काम कर रही पांच महिलाएं अचानक बेहोश हो गईं. घटना शाम की शिफ्ट में तब हुई जब मजदूर अपने कार्यों में व्यस्त थे. अचानक गैस का रिसाव शुरू हुआ और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गैस का रिसाव इतना तेज था कि लोग तुरंत अपनी आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई महसूस करने लगे. फैक्ट्री के भीतर की स्थिति गंभीर हो गई क्योंकि अधिकांश मजदूरों को पहले से किसी भी प्रकार की सुरक्षा किट या मास्क उपलब्ध नहीं कराए गए थे. एक मजदूर ने बताया, "गैस की गंध इतनी तीव्र थी कि कुछ ही सेकंड में लोगों को चक्कर आने लगे. जैसे ही महिलाओं की हालत बिगड़ी, उन्हें तुरंत बाहर निकाला गया."
क्या बोले अधिकारी
बेहोश हुई पांच महिलाओं को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को स्थिर बताया. डॉक्टरों का कहना है कि समय पर उपचार न मिलता, तो यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया. पूरे मामले पर एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट द्वारा बताया गया कि फैक्ट्री में गैस के हिसाब की सूचना मिलते ही पानी पुलिस व रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया गया है.
उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के काम को तत्काल प्रभाव से रोक दिया. यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. हम इसकी जांच करेंगे कि सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया और गैस रिसाव का असली कारण क्या है. अगर कोई कमी मिलती है तो फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. गैस रिसाव की खबर सुनते ही फैक्ट्री के आसपास के इलाके में दहशत फैल गई. स्थानीय निवासी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं.
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क्या बोले लोग
हामिद हुसैन स्थानीय निवासी ने कहा, "इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं. सरकार को फैक्ट्रियों की नियमित जांच करनी चाहिए. हमारी जान हमेशा खतरे में रहती है." यह घटना एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा की खामियों को उजागर करती है. अक्सर देखा गया है कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता. गैस रिसाव जैसी दुर्घटनाएं तभी होती हैं जब प्रबंधन लापरवाही बरतता है या सुरक्षा उपायों की अनदेखी करता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक इलाकों में नियमित निरीक्षण और कड़े नियमों की जरूरत है. साथ ही, कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. अस्पताल में भर्ती महिलाओं की हालत स्थिर बताई जा रही है. प्रशासन और पुलिस ने फैक्ट्री में जांच शुरू कर दी है.