Aligarh Aurangzeb Murder Case: अलीगढ़ में बीजेपी की मौजूदा विधायक और बीजेपी की पूर्व मेयर का धरने पर बैठने का बड़ा असर देखने को मिला है. मृतक सहित 6 लोगों के साथ दो अज्ञात के खिलाफ डकैती और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया गया है. पूरे मामले को लेकर पुलिस की तरफ से जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है.


दरअसल पूरा मामला अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके के मामू भांजे में 18 जून मंगलवार की शाम चोरी के शक में रोटी बनाने वाले फरीद उर्फ औरगंजेब मजदूर की चोरी के शक में निर्ममता के साथ की गई पिटाई से हुई मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है, जिस नामजदों में से व्यापारी पर औरंगजेब की हत्या के आरोप लगे थे उस व्यापारी की पत्नी की तरफ से थाने में औरंगजेब और अन्य 6 नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ डकैती और छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया गया है.


व्यापारी की पत्नी की तरफ से दर्ज कराए हुए मुकदमे में डकैती डालने और छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए थाना गांधी पार्क में तहरीर दी गई थी, जिसको लेकर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस की तरफ से जांच पड़ताल शुरू कर दी है.


क्यों किया गया है मृतक पर मुकदमा दर्ज


पूरे मामले में मृतक फरीद उर्फ औरंगजेब पर मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर बीजेपी की शहर की मेयर पूर्व मेयर और शहर विधायक मुक्ता राजा केकी तरफ से रोड जाम करते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी. कई घंटे तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे को लेकर अधिकारियों की तरफ से जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था, लेकिन जब भाजपाइयों की तरफ से पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन करते हुए बाजारों को बंद करना शुरू कर दिया तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर मृतक औरंगजेब सहित अन्य 6 नामजद और दो अज्ञात लोगों पर डकैती और छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया है. व्यापारी की पत्नी की तहरीर के आधार पर दर्ज किए गए मुकदमे में कार्रवाई की भी चर्चा चोरों पर चल रही है.


पूरे मामले में ये लगे थे आरोप 


व्यापारी मुकेश चंद्र मित्तल के घर के पास औरंगजेब और साथी टहल रहे थे, जिसमें से एक औरंगजेब उर्फ फरीद को व्यापारियों ने मौके से पकड़ कर पीटना शुरू कर दिया. कपड़ा व्यापारी पुत्र और कुछ अन्य लोगों ने उसे लाठी-डंडों से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई थी. मामले का वीडियो जब वायरल हुआ तो पूरे शहर में यह बात आग की तरह फैल गई. हर कोई औरंगजेब की वायरल वीडियो को देखकर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगा. पुलिस की तरफ से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मामले की सूचना जब मृतक के परिजनों को हुई तो उनकी तरफ से जिला चिकित्सालय में प्रदर्शन शुरू कर दिया.


आनन फानन में दर्जनों की संख्या में भीड़ का इकठ्ठा होना शुरू हो गया. उपरकोट इलाके में तनाव पैदा होने पर भीड़ आक्रोशित हो उठी. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग रखी गई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बीजेपी नेता का भाई अंकित वार्ष्णेय, राहुल मित्तल, डिंपी अग्रवाल, कमल बंसल, चिराग, जयगोपाल सहित कुल 6 लोगों को जेल भेज दिया है.


भाजपाइयों की तरफ से आरोपियों को बेगुनाह बताते हुए बाजार बंद करते हुए पूर्व मेयर शकुन्तला भारती और शहर विधायक मुक्ता राजा  और व्यापारी नेताओं के साथ धरने पर बैठ गये और आरोपियों की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए रिहाई की मांग की गई. मौके पर मौजूद एसपी सिटी मृगांग शेखर ने सभी को समझाते हुए सिर्फ वीडियो के आधार पर कार्रवाई की बात कही थी. कई घंटे चले इस हाईवोल्टेज ड्रामे में बाजार बंद रहे, जिसको लेकर लक्ष्मी रानी पत्नी मोहित मित्तल की तरफ से 1, मोहम्मद फरीद उर्फ औरंगज़ेब, 2,सलमान ,3 मोहम्मद जकी, 4 आशु पान वाले का लड़का, 5 अकबर 6 नवाब , 7 समीम, सहित दो व्यक्ति अज्ञात के नाम मुकदमा दर्ज किया गया है.


मृतक ओरंगजेब की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई थी ये बात


पोस्टमार्टम में उसके शरीर पर 22 जगह चोट के निशान मिले थे. तीन पसली भी टूटी थी. लंग्स डैमेज हो गए थे और सिर में चोट लगने से खून का थक्का जमा था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पुष्टि के बाद परिवार की तरफ से फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी की भी मांग की थी, वहीं अब मामला मैं अब राजनीतिक होते ही पुलिस की तरफ से आरोपी पक्ष की ओर से ही मुकदमा दर्ज किया है.


क्या कहते हैं एसपी सिटी अलीगढ़?


पूरे मामले में एसपी सिटी मृगांग शेखर ने जानकारी देते हुए बताया कि व्यापारी की पत्नी की ओर से 354 और 395 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पूरे मामले में जांच पड़ताल की जा रही है. आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.


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