Aligarh News: अलीगढ़ (Aligarh) के रोरावर थाना क्षेत्र के शाह जमाल कब्रिस्तान की दीवार के निर्माण को लेकर समाजवादी पार्टी और बीजेपी के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. दोनों ही पक्ष दिल्ली गेट थाने पहुंचे थे. इस दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह ने भाजपाइयों पर मारपीट करने और जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को कोतवाली भेज दिया, जहां पूर्व विधायक ने मारपीट करने और जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है.
वहीं भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने थाना दिल्ली गेट का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. साथ ही आसपास के क्षेत्र की दुकानों को भी बंद करा दिया गया. फिलहाल मौके पर भारी तादाद में फोर्स तैनात की गई है. दरअसल, थाना रोरावर क्षेत्र के शाह जमाल में एक कब्रिस्तान को लेकर विवाद दशकों पुराना चला आ रहा है. साल 1999 में प्रशासन के साथ दोनों पक्षों का समझौता हुआ था कि यहां पर कोई भी कब्रिस्तान पर निर्माण नहीं कराएगा.
इसको लेकर साल 2003 में भी एक बार दंगा हो चुका है. 1 महीने पहले भी इस कब्रिस्तान पर वहां के मुतवल्ली के द्वारा दीवार के निर्माण की कोशिश की गई जिसको प्रशासन ने रुकवा दिया था और मुतवल्ली मुवीन के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था. जिसके बाद अब उस कब्रिस्तान पर दीवार का निर्माण हो रहा था जिसकी सूचना इंस्पेक्टर को लगी तो उसने निर्माण कार्य रुकवाने के लिए पुलिस फोर्स को भेज दिया.
क्या है पूरा मामला?
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इस प्रकरण को लेकर जब थाना दिल्ली गेट पहुंचे तो वहां पहले से ही भारतीय पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे. आरोप है कि पूर्व विधायक को देखते ही वह लोग उग्र हो गए और उन्होंने उनके साथ मारपीट कर दी और जान से मारने की कोशिश की. जैसे तैसे पुलिस ने उनको वहां से छुड़ाया और कोतवाली भेज दिया. इस दौरान थाना दिल्ली गेट पर बीजेपी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती पहुंच गई और कार्यकर्ता भी थाना दिल्ली गेट में जमीन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. उनका कहना था कि आखिर उस जगह पर निर्माण कार्य क्यों हो रहा है जबकि पहले से ही दोनों पक्षों के बीच समझौता है कि वहां पर निर्माण कार्य नहीं होगा.
फिलहाल मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है और प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह ने बताया कि शाह जमाल कब्रिस्तान की बाउंड्री की मरम्मत हो रही थी. पुलिस आई थी उसने कहा कि इंस्पेक्टर साहब ने कहा कि काम रोक दो तो हमन काम रुकवा दिया और हम थाना दिल्ली गेट थाने चले गए. जब वहां पहुंचे तो वहां सैकड़ों लोग थाने को घेरे हुए थे, जैसे ही मेरी गाड़ी रुकी तो 15-20 लोगों ने मेरे ऊपर हमला कर दिया. मेरे गले में गमछा था मुझे गिरा दिया. अगर मेरा गनर और थाना की पुलिस ना होती तो वह मुझे जान से मार देते.
भारतीय जनता पार्टी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने कहा कि कुछ समय पहले एक दीवार खड़ी की गई थी रोरावर कब्रिस्तान के रास्ते पर, जिसमें यह समझौता हुआ था कि साल 1999 में इस पर कोई भी पक्ष का निर्माण कार्य नहीं करेगा. फिर 2003 में उसी चीज को लेकर दंगा हुआ था. कोई नया निर्माण कार्य नहीं होगा उसके बावजूद भी 1 महीने पहले यहां पर दीवार खड़ी कर दी गई और प्रशासन को इससे अवगत कराया गया.
एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि शाह जमाल के कब्रिस्तान के प्रकरण को लेकर एक पक्ष के लोग थाना दिल्ली गेट पर आए थे। वहां उस समय दूसरा पक्ष भी आया था। उनके बीच आपस में कोई मारपीट हुई है। उसके संबंध में अभी हम जांच करा रहे हैं.
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