Aligarh News Today: अलीगढ़ के अतरौली तहसील स्थित श्री कृष्ण इंटर कॉलेज में किसानों ने भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के बैनर तले प्रदर्शन किया. इस मौके पर बीकेयू टिकैत गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी महापंचायत में शिरकत की. राकेश टिकैत ने किसानों को उनका हक हर हाल में दिलाने का आश्वासन दिया.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि लंबे समय से किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है. देश भर में किसान परेशान हैं. उन्होंने कहा कि किसान अपने हक के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं और मौजूदा सरकार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है. यही कारण है कि किसानों को अपने हक के लिए हर रोज प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
क्या है मामला?
बता दें, अलीगढ़ के सांकरा गांव और सहारनपुर गांव की कुछ जमीनें प्रशासन गंगा क्षेत्र में होने का दावा कर रहा है. इस जमीन पर प्रशासन ने अपना बोर्ड लगा कर यहां से किसानों को दूर रहने का आदेश दिया था. जिसको लेकर लंबे समय से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.
दूसरी तरफ अधिकारियों ने इस जमीन को वन विभाग और गंगा की जमीन बताकर वृक्षारोपण का कार्यक्रम शुरू कर दिया. इससे नाराज होकर कुछ किसानों ने मौके पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन बढ़ता देखकर अलीगढ़ प्रशासन ने किसानों को मनाने की कवायद शुरू कर दी, लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े रहे.
'सरकार छीन रही जमीन'
इसके बाद भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के बैनर तले राकेश टिकैत ने महापंचायत का ऐलान किया. इस महापंचायत में शामिल होकर राकेश टिकैत ने प्रशासन को दो टूक चेतावनी दी है. राकेश टिकैत ने कहा कि यह जमीन आजादी से बात से लेकर अब तक किसानों की थी. किसान यहां से अपनी सिंचाई करते थे, लेकिन अब जबरन सरकार किसानों की जमीन छीन रही है.
राकेश टिकैत ने कहा कि जिस जमीन को किसानों से छीनी जा रही है, इसके कागजी रिकॉर्ड भी सरकार के नाम नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि इस जमीन पर किसान अपनी फसल बोएंगे, इस जमीन को किसी भी कीमत पर सरकार को नहीं दिया जाएगा.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी कि अगर किसानों को उनका हक नहीं मिला तो टिकैत गुट देश भर में प्रदर्शन करेगा. फिलहाल अधिकारियों ने इस जमीन की जांच कर किसानों को फसल उगाने और पट्टा आवंटित करने का आश्वासन दिया है.
'गंगा जी के नाम कैसे हुई जमीन'
अलीगढ़ के अतरौली तहसील क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है. टिकैत ने दावा किया कि जिस जमीन को लेकर वह यहां पंचायत करने पहुंचे हैं, वह जमीन आजादी के बाद करीब 30 साल तक उनके नाम पर दर्ज रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में हो रही घटनाएं सरकार की नाकामी को बयां करती हैं.
राकेश टिकैत ने सवाल उठाया कि जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, वह जमीन 1966 से किसानों के नाम पर रही है. टिकैत ने कहा, "यह जमीन गंगा जी के नाम कैसे गई, इसका कोई सरकारी रिकॉर्ड मौजूद नहीं है. इस जमीन पर हमारा कब्जा रहा है, लेकिन अब सरकार यहां वृक्षारोपण करा रही है."
'अगले साल करेंगे खेती'
राकेश टिकैत ने कहा कि इस विवादित जमीन को लेकर कई महीनों से पंचायत चल रही है. उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि अगले साल वे अपनी जमीन पर खेती का काम करेंगे और किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी. टिकैत ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसानों के अधिकारों को लेकर प्रशासन को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए।
'मामले में जांच जारी'
पूरे मामले में अतरौली उपजिलाधिकारी दिञविजय सिंह ने बताया कि जमीन को लेकर किसानों के जरिये ने प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर किसान दावा कर रहे हैं, उसको लेकर मांग पत्र भी मिला है. अतरौली उपजिलाधिकारी ने बताया कि किसानों के मांग पत्र पर जांच पड़ताल जारी है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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