Aligarh News: अलीगढ़ में साथा चीनी मील लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है. चीनी मिल में घोटाले की भी रिपोर्ट सामने आ चुकी है. ऑडिट के दौरान 35 लाख रुपए की चीनी बंदरों पर खाने के आरोप लगे है. लंबे समय से आसपास के दर्जनों किसान इस चीनी मिल के बंद होने का दंश झेल रहे है. ढाई साल पहले किसानों के द्वारा  चीनी मिल पर बड़ा प्रदर्शन किया था. इसके बाद  सलंबे समय से आज तक साथा चीनी मिल को शुरू नहीं किया जा सका.रकार की ओर से चीनी मिल को शुरू करने का दावा किया था.


इसलिए किसान आसपास के प्राइवेट मिल में गन्ना भेजते है. वह मन मुताबिक दामों पर गन्ने को खरीदते है और जब मन करता है. तब  उनका भुगतान करते हैं. जिसके चलते किसान काफी परेशान है. चीनी मिल संघर्ष समिति के बैनर तले एक बैठक का आयोजन किया गया. चीनी मिल के सामने ही सांकेतिक प्रदर्शन हुआ. जिसकी अध्यक्षता अजय चौहान गांव निवासी साथा एवं संचालक रितिक चौहान ने किया. आज की बैठक में दूर- दराज के गांव से आसपास के गांव से सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित हुए और सबने अपने-अपने विचार रखें.


किसानों ने किया प्रदर्शन
ज्यादातर किसानों के द्वारा गन्ना ही उगाना छोड़ दिया है. कुछ किसान के ऐसे क्षेत्र है. जहां सिर्फ गन्ने की पैदावार ज्यादा अच्छी होती है, यही कारण है किसान चिंतित हैं. जिसको लेकर अब चीनी मिल संघर्ष समिति के द्वारा बड़ा प्रदर्शन किया है. साथ ही चीनी मिल के सामने बैठकर दर्जनों की संख्या में किसानों के द्वारा मौजूदा सरकार पर वादा खिलाफी के आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि उनका प्रदर्शन आगे भी ऐसे ही चलता रहेगा. वजह है किसानों के द्वारा जो मांग ढाई साल पहले की थी वह आज तक पूरी नहीं हो पाई. जिसके चलते किसान परेशानी का सामना कर रहे हैं. 


क्या बोले किसान नेता नीरज कुमार सिंह
किसान नेता नीरज कुमार सिंह ने कहा योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव से पहले साथा चीनी मिल का नवीनीकरण करने का वादा किया था. जो की ढाई वर्ष बीतने के बाद आज तक पूरा नहीं हो नहीं हो सकता है. सरकार की करनी और कथनी में अंतर है. सरकार अपने वादों को पूरा करें पहले हमारे क्षेत्र में बहुत बड़ी मात्रा में गन्ना की पैदावार होता थी. लेकिन चीनी मिल बंद होने के कारण क्षेत्रीय किसानों का गन्ना खेती से मुंह भंग हो चुका है. चंदे के धंधे की वजह से साथा चीनी मिल का निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है. क्योंकि प्राइवेट चीनी मिलों से सरकार को चंदा मिलता है. 


2 अगस्त को चीनी मिल के बाहर किसान करेंगे प्रदर्शन
किसान नेताओं के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि आगामी 2 अगस्त को किसान बड़ा प्रदर्शन करने वाले हैं. साथ ही चीनी मिल को लेकर प्रशासन व सरकार चिंतित नहीं है. यही कारण है कि अब किसानों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. जिसको लेकर आज सांकेतिक बैठक के बाद प्रदर्शन किया है. एक बड़ा प्रदर्शन 2 अगस्त को किया जाएगा.


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