Aligarh Heart Attack News: ताले और तालीम के नाम से मशहूर अलीगढ़ इन दिनों हार्ट अटैक की बीमारी से जूझता नजर आ रहा है. हार्ट अटैक की बढ़ती बीमारी ने लोगों को भारी चिंता में डाल दिया है. इस बीमारी से ज्यादातर युवा उम्र प्रभावित हो रहे हैं, जिसके चलते सबसे ज्यादा चिंता युवाओं और बच्चों के परिजनों को है. पिछले 25 दिनों में हार्ट अटैक के कारण 5 मौतों ने हर किसी को झकझोर दिया है.
वहीं बीते शनिवार अलीगढ़ के थाना छर्रा के लोधी नगर निवासी एक 8 साल की दीक्षा की हार्ट अटैक से मौत हो गई. दीक्षा तीसरी कक्षा की छात्रा थी. वह घर में खेल रही थी, तभी अचानक उसके सीने में तेज दर्द होने लगा तेज दर्द के कारण वह जोर-जोर से चीखने लगी. परिवार के लोग समझे कि खेलते समय उसे चोट लगी होगी, लेकिन दीक्षा ने बताया कि उसके सीने में दर्द हो रहा है. इसके तुरंत बाद वह बेहोश हो गई. परिवार के लोग उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मासूम बच्ची की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया.
डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को सीने में जो दर्द हुआ, वह हार्ट अटैक का संकेत था. बच्ची का दिल इस आघात को सहन नहीं कर पाया और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई. हालांकि, परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया, जिससे मौत के असली कारण की पुष्टि नहीं हो सकी.
मॉर्निंग वॉक पर गए लड़के की हार्ट अटैक से मौत
दीक्षा की मौत और अब से दो दिन पहले शुक्रवार को छर्रा थाना क्षेत्र में एक और बच्चे की मौत हार्ट अटैक से होना बताया गया. बताया जाता है कि, 14 वर्षीय मोहित चौधरी, जो सिरौली गांव का निवासी था, सुबह दौड़ने के लिए घर से निकला था. अपने छोटे भाई और दोस्तों के साथ वह खेत में दौड़ लगा रहा था. दो चक्कर लगाने के बाद वह अचानक गिर गया और बेहोश हो गया. परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया. दो दिनों में बच्चों की हार्ट अटैक से मौत की यह दूसरी घटना थी. जब दोनों मौत की कंडीशन में दर्द होना बताया गया.
पूरे मामले पर थाना अध्यक्ष छर्रा राजेश कुमार से बातचीत की गई तो उनके द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि, जिस दिन बच्चे की मौत हुई, उस दिन बच्चा स्कूल पढ़ने नहीं गया था. बच्चे की अचानक दौड़ते हुए मौत हो जाने की सूचना मिली थी. परिजनों के द्वारा पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. किसी तरह की कोई तहरीर थाने पर प्राप्त नहीं हुई.
25 दिनों में दिल का दौरा पड़ने से पांच लोगों की मौत
पिछले 25 दिनों में अलीगढ़ में हार्ट अटैक से पांच लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें छोटे बच्चों से लेकर युवा तक शामिल हैं. जिसमे 8 साल की दीक्षा की खेलते समय मौत हो गई, 14 साल के मोहित की दौड़ते समय मौत. 20 साल की ममता, जो खैर के अर्राना गांव की निवासी थी, उसकी दौड़ते समय मौत हो गई. 20 नवंबर को एएमयू के पूर्व कुलपति के बेटे की भी हार्ट अटैक से मृत्यु होना बताया गया है, साथ ही 5 नवंबर को डॉक्टर लवनीश अग्रवाल की भी इसी तरह मौत हो गई, जिसको लेकर एक बार फिर हार्ट अटैक की बीमारी को लेकर अलीगढ़ में लोग चिंतित नजर आ रहे हैं
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि 'बदलती जीवनशैली, खानपान की गलत आदतें और तनाव' बच्चों और युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों को बढ़ा रहे हैं. पहले यह बीमारी अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती थी, लेकिन अब यह युवाओं और बच्चों तक पहुंच गई है. हर रोज किसी न किसी क्षेत्र में हार्ट अटैक से मौत की खबर आ रही है. इससे अभिभावक अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हो गए हैं. माता-पिता अब बच्चों की खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों पर भी ध्यान देने लगे हैं.
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