Aligarh News Today: सर्दियों में कड़कड़ाती ठंड में गर्मी हासिल करने के लिए लोग अलाव के समेत आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं. अक्सर आधुनिक तकनीक से ठंडक से बचने तरीका जानलेवा साबित होता है. इसी तरह का एक मामला अलीगढ़ से सामने आया है, जहां गैस गीजर से जहरीला धुआं निकलने से 12वीं की छात्रा की मौत हो गई.
ये घटना अलीगढ़ के क्वार्सी थाना क्षेत्र के कुलदीप विहार का है. जहां 12वीं की छात्रा माही रोजाना की तरह 19 दिसंबर को बाथरूम में नहाने गई थी. नहाने के दौरान गैस गीजर से निकलने वाली भाप जहरीली गैस में तब्दील हो गई. इस जहरीली गैस से माही का दम घुटने लगा. घटना के समय पीड़िता की मां दूध लेने गई थी और वह घर में अकेली थी.
गैस गीजर से मौत
कुछ देर बाद जब माही की दूध लेकर लौटी तो उसने माही को आवाज देना शुरू कर दिया, लेकिन कोई आवाज नहीं आई. पुकारने पर माही की आवाज नहीं आने पर मां ने उसको घर में तलाश करना शुरू कर दिया, जब मां ने बाथरूम का दरवाजा खोला तो माही मरणासन्न हालत में मिली. ये देखकर पीड़िता की मां घबरा गई और चिल्लाने लगी.
माही के मां के रोने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग इट्ठा हो गए. पड़ोसियों की मदद से माही को रामघाट रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, लेकिन जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टरों ने चिकित्सकीय परीक्षण के बाद माही को मृत घोषित कर दिया.
बेटी की मौत के सदमे में पीड़ित मां की तबियत बिगड़ गई है, जिन्हें इलाज के लिए रामघाट रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. 20 दिसंबर को सुबह 11 बजे माही का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस घटना से पूरे इलाके में मातम फैल गया.
गैस गीजर के खतरे से बचाव उपाय
मृतका माही के पिता अतुल सिंह हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक निजी कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर काम करते हैं. उनका परिवार मूल रूप से थाना जवां क्षेत्र के सुनाना गांव का रहने वाला है. वर्तमान में परिवार कुलदीप विहार, गली नंबर-3, एटा रोड पर किराए के मकान में रहता है.
बाथरूम में हुई इस घटना ने गैस गीजर के इस्तेमाल से जुड़े खतरों को एक बार फिर उजागर कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि गैस गीजर के इस्तेमाल के दौरान वेंटिलेशन का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. गैस गीजर से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस अत्यधिक खतरनाक होती है, जो थोड़े समय में ही इंसान की जान ले सकती है.
एक्सपर्ट ने बाथरूम या रसोई में गैस गीजर का इस्तेमाल करते समय खिड़की या दरवाजे खुला रखने की सलाह दी है. इसके अलावा जहरीली गैस से बचने के लिए एक्सपर्ट ने कार्बन मोनोऑक्साइड डिटेक्टर लगाने की सलाह दी है. यह उपकरण गैस का स्तर बढ़ने पर अलार्म बजाकर सतर्क करता है.
गीजर के रखरखाव पर दें ध्यान
इस तरह की घटना से बचने के लिए नियमित रूप से गीजर की सर्विसिंग जरूर कराएं. अधिक समय तक गीजर का इस्तेमाल न करें, लंबे समय तक गीजर चालू रखने से जहरीली गैस का रिसाव हो सकता है.
इस घटना ने न केवल माही के परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है. यह घटना एक चेतावनी है कि आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे में इलेक्ट्रिक गीजर, गैस गीजर या अन्य इलेक्ट्रिक उपकरण के इस्तेमाल के समय काफी सावधानी बरतने की जरूरत है.
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