अलीगढ़: हर घर जल योजना में बनी नई टंकी में लीकेज, जमकर हुई धांधली, सड़कें भी की खराब
अलीगढ़ के अलग-अलग गांवों में बनाई गई पानी की टंकी और पानी की पाइप लाइन के हाल खस्ता हैं. जबकि ये काम करोड़ों रुपए की लागत से किया गया है. ये योजना साल 2019 में शुरू की गई थी.

UP News: जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव देहात क्षेत्र में बनाई गई पानी की टंकी आम जनता को हर घर जल पहुंचाने के लिए बनाई गई थी. लेकिन करोड़ों रुपए की लागत में बनी है टंकी खुद ही लीकेज है. यही कारण है कि पानी की सप्लाई अब तक हर घर तक नहीं पहुंची है. साथ ही गांव में जो पानी की लाइन बिछाई गई है वह भी पूरे तरीके से लीकेज है. कुछ जगह पर अब तक पानी की लाइन में टोटी नहीं लगाई गई है, जिसको लेकर ग्रामीणों का आरोप है खानापूर्ति करने के बाद इस योजना को पूरा किया गया है. गांव में पाइपलाइन बिछाने के लिए पूरी सड़कों को खोद दिया गया, जिसके बाद ग्रामीणों के द्वारा खुद ही इन सड़क को समतल किया है. इसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा इस योजना में धांधली के आरोप लगाए है.
दरअसल, पूरा मामला अलीगढ़ जिले के अलग-अलग गांव में बनाई गई पानी की टंकी और पानी की पाइप लाइन के हाल खस्ता हैं. जबकि ये काम करोड़ों रुपए की लागत से किया गया है. वहीं दूसरी ओर तहसील इगलास के गांव कलीजरी में सरकार द्वारा चलाई गई महत्वाकांक्षी “हर घर जल योजना” कार्यक्रम का उद्देश्य हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना था. यह योजना 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी, जिसका मकसद ग्रामीण भारत के लोगों को जल संकट से राहत दिलाना था.
जमीनी पटल पर नहीं हुआ फायदा
लेकिन इस योजना का जमीनी स्तर पर सफल होना पूरी तरह से विफल नजर आ रहा है. सरकार ने इस योजना पर करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन जमीनी पटल में इसका लाभ जनता तक नहीं पहुंच पाया. योजना के तहत हर घर में पानी की टंकी लगाई जानी थी, लेकिन गांव के कई घरों में अब तक टंकियां नहीं लग पाई हैं. कुछ जगहों पर पाइपलाइन बिछाने का कार्य अधूरा है. जहां पाइपलाइन बिछाई गई है, वहां भी जल आपूर्ति बाधित रहती है. योजना का कार्य चार साल पहले शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है.
अलीगढ़ के तहसील इगलास के गांव कलीजरी के निवासियों में इस योजना की असफलता को लेकर भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि यह योजना जनता के हित के लिए शुरू की गई थी, लेकिन प्रशासन और संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह धरातल पर दम तोड़ रही है. गांव में जो पाइपलाइन बिछाई गई है, वह जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है. गर्मी के मौसम में पानी की समस्या और भी गंभीर हो जाती है. ग्रामीण मनोज ने बताया, "हमें उम्मीद थी कि इस योजना से हमारी पानी की समस्या खत्म हो जाएगी, लेकिन यह योजना केवल कागजों तक सीमित रह गई. टंकी और पाइपलाइन लगाने का काम चार साल से चल रहा है, लेकिन आज तक यह पूरा नहीं हो पाया."
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प्रशासन की जिम्मेदारी और भ्रष्टाचार
इस योजना की विफलता के पीछे प्रशासनिक उदासीनता और भ्रष्टाचार को मुख्य कारण माना जा रहा है. सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ठेकेदारों ने योजना के कार्य को सही ढंग से पूरा नहीं किया. गुणवत्ताहीन सामग्री का इस्तेमाल किया गया. अधिकारी निरीक्षण करने में असफल रहे. हर घर जल योजना का उद्देश्य ग्रामीण भारत के हर परिवार को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना था. इसके लिए सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन कलीजरी जैसे गांवों की स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि सरकार की योजनाएं केवल कागजों पर ही सिमट कर रह जाती हैं. अधूरी पाइपलाइनों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
हर घर में पानी की टंकी लगाई जाए, जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण किया जाए. हालांकि संबंधित विभाग ने दावा किया है कि इस योजना के अधूरे कार्य को जल्द ही पूरा किया जाएगा. जहां एक ओर पानी मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है. इसके बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है. पानी की कमी से न केवल पीने के लिए, बल्कि अन्य घरेलू कार्यों के लिए भी मुश्किलें बढ़ जाती हैं. साफ पानी की अनुपलब्धता से बीमारियों का खतरा बढ़ता है. जल संकट महिलाओं और बच्चों पर अधिक प्रभाव डालता है, क्योंकि उन्हें पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है.
पूरे मामले पर ग्राम प्रधान दिनेश के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि गांव में जो पानी की टंकी का निर्माण किया गया है वह भी टंकी लीकेज है. साथ ही गांव के खरंजे को खोद कर जल जीवन मिशन के तहत सड़कों को बंजर बना दिया गया. लाखों रुपए की लागत से यह सड़क बनाई गई थी. लेकिन ग्रामीणों की मदद से दोबारा इन सड़कों को समतल किया गया है. जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर पानी पहुंचना चाहिए था जो कि जमीन पटल पर नहीं पहुंच पाया है. आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है, इस योजना में जमकर धांधलेबाजी हुई है.
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