हाथरस. हाथरस में दलित युवती के साथ हुये दुष्कर्म के मामले में अलीगढ़ रेंज के आईजी पीयूष मोर्डिया ने चौंकाने वाला बयान दिया है. उनका कहना है कि पीडिता के साथ रेप नहीं हुआ है. आईजी ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. उनके मुताबिक 14 सितंबर को पीड़िता के भाई ने शिकायत दी थी कि एक शख्स ने उसकी बहन पर हमला किया और जान से मारना चाहता है. आईजी ने कहा कि उस वक्त पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने आगे बताया कि पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि वो शख्स उसका उत्पीड़न कर रहा था लेकिन पीड़िता ने इसके अलावा और कोई आरोप नहीं लगाया.
फॉरेंसिक लैब भेज गयी है रिपोर्ट
इसके अलावा आईजी ने जानकारी देते हुये कहा कि 22 सितंबर को पीड़िता ने तीन और लोगों के नाम लिये और दुष्कर्म का आरोप लगाया. लेकिन मेटिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि उन्होंने कहा कि सैंपल्स फॉरेंसिक लैब भेजे गये हैं और रिपोर्ट का इंतजार है. आईजी ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पीड़िता की मौत
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को गांव के ही कुछ ऊंची जाति के युवाओं ने एक दलित युवती को हवस का शिकार बनाया था. इस दौरान उन्होंने पीड़िता को जान से मारने की भी कोशिश की. आरोपियों ने पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी. इसके अलावा पीड़िता को गला दबाकर मारने की भी कोशिश की गई थी. जिसके बाद गंभीर हालत में पीड़िता को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया था. जहां उसकी मौत हो गई.
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