अलीगढ़ में बारिश की वजह से कारखानों में कैद हुए ताला व्यापारी, फुटपाथ की कगार पर हैं व्यापारी
Aligarh News: अलीगढ़ में कुशल कारीगर जिस तरह से ताले बनाते हैं उस तरीके के ताले अन्य जगहों पर नहीं बनाए जाते. ताले के अटूट विश्वास को लेकर विश्व भर में अलीगढ़ के तालों का डंका बजता है.
UP News: ताले और तालीम के नाम से अलीगढ़ की पहचान होती है, लगातार कई दिन से हो रही बारिश ने ताले के व्यापार को तालों में कैद करके रख दिया है. जिसके चलते व्यापारी परेशान नजर आ रहे हैं कई दिनों से अलीगढ़ में हो रही बारिश के कारण हर रोज बड़ी समस्या सामने आ रही है. जिससे ताले के कारखाने में मजदूर वर्ग नहीं पहुंच पा रहा मजदूरों के काम पर ना पहुंचने की वजह से ताले पूरे तरीके से तैयार नहीं हो पा रहे और अधबने हुए ताले भी तालों में कैद है.
तालों के व्यापार की अगर बात कही जाए तो करोड़ों रुपये प्रतिदिन का टर्नओवर अलीगढ़ में तालों का किया जाता है. लेकिन हर रोज हो रही बारिश के कारण ताले अब जिले से बाहर नहीं पहुंच पा रहे जिसके चलते व्यापारियों के साथ-साथ अब मजदूर वर्ग भी परेशान नजर आ रहा है. मजदूर वर्ग रोज मेहनत मजबूरी करके तालों के कारखाने से ही अपने परिवार का पालन पोषण करता है लेकिन अब हर रोज हो रही बारिश ने मजदूरों को भी घरों में रहने पर मजबूर कर दिया है. अलीगढ़ में जगह-जगह जल भराव की समस्या से मजदूर वर्ग जूझता हुआ नजर आ रहा है. वहीं ताला व्यापारी भी टर्नओवर पर विराम लगने के बाद चिंता में नजर आ रहे हैं.
क्या है अलीगढ़ के ताले की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
अलीगढ़ के ताले मुल्क ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी अटूट शक्ति के कारण प्रसिद्ध है. अलीगढ़ के तालों के बारे में बताया जाता है यहां के कुशल कारीगर जिस तरह से ताले बनाते हैं उस तरीके के ताले अन्य जगहों पर नहीं बनाए जाते ताले के अटूट विश्वास को लेकर विश्व भर में अलीगढ़ के तालों का डंका बजता है. यही कारण है जब भी बात उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की आती है तो सबसे पहले नाम अलीगढ़ के तालों का आता है. अलीगढ़ को ताले की नगरी के नाम से भी पहचाना जाता है, वजह है छोटे-छोटे कारखाने से लेकर बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज में यहां पर तालों का निर्माण होता है यही कारण है अलीगढ़ को ताला नगरी के नाम से भी बताया जाता है.
क्या कहते हैं ताला व्यापारी
ताला व्यापारी मोहम्मद कासिम के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कई दिन से पढ़ रही बारिश के कारण ताले के व्यापार पर लगाम लग चुकी है. जहां पहले ताला तैयार करने में महज चंद घंटे लगते थे लेकिन अब वहीं ताला उनके गोदाम में मौजूद है. ताला सही तरीके से तैयार नहीं हो पा रहा है बारिश के कारण कभी मजदूर आते हैं और कभी मजदूर नहीं आ पाते. जिसके चलते बने हुए ताले भी बारिश के कारण गोदाम में कैद है ताले का व्यापार जो है वह बारिश की वजह से पूरी तरीके से बाँधित हो रहा है. बारिश के कारण घरों से निकलना मुश्किल हो गया है और तालों का अन्य जगहों पर भेजना भी मुश्किल हो चुका है. जलभराव की समस्या के कारण ताले का व्यापार ठप होने की कगार पर है. नगर निगम के द्वारा जलभराव की ओर ध्यान देना चाहिए अन्यथा की स्थिति में ताला व्यापारी फुटपाथ के कागज पर पहुंच जाएंगे.
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