Lok Sabha Election 2024: अलीगढ़ लोकसभा 1957 में सियासत में आई. यहां पर महिलाओं का शुरू से दबदबा रहा है. महिलाओं के द्वारा यहां सात बार जिले की बागडोर थामी थी और महिला सांसदी का ताज अपने सर पहना है. महिला सांसदों के द्वारा अलीगढ़ जिले पर लंबे समय तक बादशाहत कायम रखी और जिले की बागडोर पर अपनी बादशाहत बरकरार रखने के लिए कई रिकॉर्ड भी महिलाओं के द्वारा 1980 में तीसरी लोकसभा में हुए चुनाव के दौरान बनाये गए.



आजादी के बाद पहली बार चुनाव में महिला प्रत्याशी इंद्रा कुमारी ने जनता पार्टी से पहली जीत दर्ज कराई थी. उस चुनाव में 26 प्रत्याशियों में से चार महिला प्रत्याशियों के द्वारा दावेदारी की गई थी. जिसमें इंद्रा कुमारी के द्वारा जीत का परचम लहराते हुए पहली बार सांसदी का ताज अपने सर पहना था. इस चुनाव के बाद सन 1980 में उषा रानी तोमर के द्वारा कांग्रेस की ओर से जीत दर्ज कराते हुए दूसरी महिला सांसदी का ताज कांग्रेस के नाम किया. इस दौरान 20 प्रत्याशियों के द्वारा जीत के दावे की गए थे. जिनमें तीन महिला प्रत्याशियों के द्वारा बड़ी मजबूती के साथ चुनाव लड़ा. जिसमें उषा तोमर ने कांग्रेस का परचम लहराया था.

पहली महिला सांसद 1991 में बनी
सन 1984 के बाद शीला गौतम के द्वारा भाजपा का यहां पर परचम लहराया गया. 1991 में भारतीय जनता पार्टी की ओर से शीला गौतम अलीगढ़ की पहली महिला सांसद बनी थी. अब तक के इतिहास में अकेली ऐसी सांसद हैं जो लगातार चार बार अलीगढ़ से भाजपा के लिए जीत का परचम लहरा चुकी है 1999 तक लगातार भाजपा के लिए वह जीत का परचम लहराती रही,

बसपा भी रही है जीत की लिस्ट में
बसपा के द्वारा राजकुमारी चौहान पर जब दाब लगाया तो राजकुमारी चौहान के द्वारा रिकॉर्ड जीत दर्ज करते हुए यहां 2009 में बसपा का परचम लहराया गया. 2014 से अबतक दो बार भाजपा के सांसद सतीश गौतम के द्वारा यहां भाजपा का परचम लहराया गया. तीसरी बार भाजपा के द्वारा सतीश गौतम पर दाब लगाया है और 2024 की लोकसभा चुनाव में उन को फिर उम्मीदवार बनाते हुए जीत का परचम लहराने के लिए आगे किया है. फिलहाल महिला दावेदारों की अगर बात कही जाए तो इस बार भी किसी पार्टी के द्वारा महिला को उम्मीदवार  घोषित नहीं किया गया.

15 प्रत्याशियों ने खरीदे नामांकन
जहां एक ओर 18वें लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. अब तक 15 प्रत्याशियों के द्वारा लोकसभा चुनाव में नामांकन करने के लिए नामांकन पत्र खरीदे जा चुके हैं. लेकिन इन प्रत्याशियों में से अभी तक कोई भी महिला प्रत्याशी नहीं है जबकि तीन राष्ट्रीय पार्टी व अन्य निर्दलीय दलों के प्रत्याशियों के द्वारा अब तक नामांकन पत्र खरीदे जा चुके हैं. फिलहाल नामांकन पत्र खरीदने वालों  के द्वारा अपनी-अपनी जीत के दावे किए जा रहे है.आगे आने वाले समय में अभी नामांकन पत्र वापसी का समय भी आएगा. जिसमें कितने प्रत्याशी हार जीत की दौड़ में रहेंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा. फिलहाल अभी 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में नजर आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें: गाजीपुर DM की चेतावनी, कहा- 'जिन लोगों ने नारेबाजी की, सबकी वीडियोग्राफी हुई, कार्रवाई होगी'