अलीगढ़ के कोतवाली थाना इलाके में स्थित मदरसे में छोटे मासूम बच्चों को जंजीरों से बांधकर रखे जाने का एक वीडियो वायरल हुआ है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि मौलवी एक दबंग किस्म का व्यक्ति है. जो बच्चों से मारपीट करता है. जब आज बच्चों के रोने की आवाजें आईं. तो वहां गए और देखा कि बच्चों को मदरसे में बांधकर रखा गया है. कोतवाली थाना इलाके के भुजपुरा में स्थित मदरसा संचालक फहीमुद्दीन नाम का व्यक्ति है.
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, 'जब हम मदरसे में पहुंचे तो वहां पुलिस मदरसा संचालक फहीमुद्दीन को अपने साथ ले जाने के लिए आई थी. पुलिस भी वहां जांच के लिए पहुंची थी. हमने बात करने की कोशिश की तो पुलिस वालों ने कहा कि पहले जांच की जा रही है बाद में बात कर लेना.'
वहीं मदरसा संचालक फहीमुद्दीन ने इस सब आरोपों से साफ इनकार कर दिया. उसने कहा, 'ऐसी कोई बात नहीं है. बात ऐसी है कि यह शकील भाई का भतीजा है. और वही इसे पढ़ा रहे हैं. पड़ोसियों का सब यह किया धरा है. उनसे हमारा झगड़ा चल रहा है. यही लोग ड्रामा करते हैं. इनको इसलिए बांध रखे हैं क्योंकि यह लोग भाग जाते हैं. केवल एक बच्चे को बांध रखा है. वह भी भाग जाता है. उसके मां-बाप बांध कर गए हैं. मैं नहीं बांधता.' इसके बाद पुलिस फहीमुद्दीन को अपने साथ थाने ले गई.
फहीमुद्दीन का झूठ आया सामने
फहीमुद्दीन यहां भी झूठ बोल रहा था क्योंकि जो वीडियो वायरल हो रहे थे उसमें एक नहीं बल्कि चार बच्चे जंजीरों में बंधे हुए थे. वहीं वीडियो में जंजीरों से बंधा दिख रहा एक बच्चे ने एबीपी न्यूज से बात की. शोएब नाम के उस बच्चे ने बताया, 'हम भाग जाते हैं. इसलिए हमको जंजीर से बांध रखा है. हम यूपी के बरेली के रहने वाले हैं.'
हालांकि पूरे मामले पर पुलिस ने गोलमोल जवाब दिया है. सीओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया से एक वीडियो प्राप्त हुआ है. जिसमें दिखाई पड़ रहा है कि बच्चों के पैर में जंजीर बंधी हुई है. किस स्थान का वीडियो है और इसमें दिखाई देने वाले व्यक्ति कौन है. उनकी तस्दीक की जा रही है. आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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