Aligarh News: उत्तर प्रदेश में मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. अलग-अलग जिलों में गांव देहात क्षेत्र से लगी सीमाओं पर स्क्रीनिंग करने के भी दिशा निर्देश स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिए गए हैं, जिसको लेकर अलीगढ़ में भी अलर्ट जारी किया गया है. जिससे मंकीपॉक्स से आम जनता को बचाया जा सके साथ ही मंकी पॉक्स किस तरह से लोगों में फैल रहा है, इसकी जानकारियां भी घर-घर पहुंचाई जा सके. इसको लेकर आशाओं को ट्रेनिंग दी गई है. जिससे आशाओं के द्वारा गांव देहात क्षेत्र में जाकर लोगों को मंकी पॉक्स के लक्षणों से अवगत कराया जा सके.
इसको लेकर वरिष्ठ डाक्टर व सीएचसी अधीक्षक इगलास स्कंद राजा के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में एक अहम बैठक करते हुए अधीनस्थों को जरूरी दिशा निर्देश दिए है जिसका पालन अधीनस्थ बखूबी करते नजर आ रहे है, अधीक्षक के द्वारा गांव देहात क्षेत्र में अधीनस्थों की ड्यूटी भी लगाई है जिससे स्वास्थ्य विभाग के आदेशों को जमीनी पटल पर उतारा जा सके.
क्या है मंकी पॉक्स के शुरुआती लक्षण
पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ डॉक्टर अधीक्षक इगलास स्कंद राजा के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि मंकी पॉक्स के शुरुआती तीन लक्षण होते हैं. इन लक्षणों में सबसे पहले छोटे-छोटे स्पॉट बनना शुरू होता है. उसके बाद उन-उन स्पॉट के धब्बे के रूप में बड़ा होना होता है. तीसरी स्टेप में इनमें मवाद पढ़ने की आशंका रहती है. जिसके चलते मंकी पॉक्स बीमारी का पूरा संक्रमण होना पाया जाता है.
बुखार के बारे में भी जांच करवाना अति आवश्यक
इसकी सावधानियां में डॉक्टर के द्वारा बताया गया कि शुरुआती लक्षणों में बुखार इसका सबसे अहम लक्षण है. कोई भी बुखार छोटा नहीं होता इसको लेकर लोगों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है.अपने स्थानीय सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज लेने की जरूरत होती है. बुखार के बारे में भी जांच करवाना अति आवश्यक है. मंकी पॉक्स को लेकर विशेष रूप से स्टाफ को जागरूक किया है. साथ ही मंकी पॉक्स को लेकर एक हेल्प डेस्क भी बनाई गई है. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का उपचार किया जा सके.
क्या बोले मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी
पूरे मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलीगढ़ के नीरज त्यागी के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया जिलेभर में अलग-अलग सरकारी हॉस्पिटलों को अलर्ट जारी किए गए हैं मंकी पॉक्स के मरीजों की कोई भी सूचना अगर मिलती है तो उसको लेकर मुख्यालय पर उसकी सूचना दी जाएगी और बीमारी को लेकर सभी तरह की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिले में भर में कर रखी हैं, कोई भी मरीज संक्रमित मिलता है तो उसका इलाज किया जाएगा.
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