AMU प्रोफेसर ने सहकर्मी को बदनाम करने के लिए कर दी 22 जगह शिकायत! पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा
AMU News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय के एक प्रोफेसर ने अपने सहकर्मी को परेशान के लिए हैरान करने वाली साजिश रची. इस घटना के बाद एएमयू प्रशासन ने मामले के खुलासे के लिए जांच कमेटी गठित की है.
Aligarh News Today: अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय के एक सीनियर प्रोफेसर के जरिये अपने साथी प्रोफेसर को गलत तरीके से बदनाम करने का मामला सामने आया है. पीड़ित की 22 जगहों पर शिकायत की गई, इसके बाद उन्होंने एएमयू प्रशासन और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. घटना उजागर होने के बाद कुलपति ने आरोपी प्रोफेसर को निलंबित कर दिया है.
इस मामले में एएमयू के एक प्रोफेसर ने एक ही शिकायत 22 अलग-अलग स्थानों पर की थी. जब एएमयू ने पुलिस से मदद मांगी, तो पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की, जिससे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस द्वारा प्रोफेसर को बुलाए जाने पर उसने स्वीकार किया कि उसने अपने सहयोगी प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत की थी.
इसके बाद एएमयू प्रशासन को पुलिस ने सूचना दी. एएमयू ने आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी किया, लेकिन उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया. साथ ही आरोपी प्रोफेसर को जांच पूरी होने तक जिला ना छोड़ने की चेतावनी दी गई. दूसरे प्रोफेसर को भी नोटिस जारी किया गया है.
पुलिस ने किया खुलासा
दरअसल, पूरा मामला अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कैमिस्ट्री डिपार्टमेंट का है. जहां पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच में पाया कि प्रोफेसर रियाजुद्दीन (50) ने पिछले साल महिलाओं, छात्र- छात्राओं के नाम का गलत इस्तेमाल करते हुए 22 बार एएमयू के अलग-अलग अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजा था.
शिकायत में प्रोफेसर रियाजुद्दीन ने 40 वर्षीय सहकर्मी प्रोफेसर इशात मोहम्मद खान पर छात्राओं को परेशान करने, उन्हें प्रताड़ित करने और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम बदनाम करने का आरोप लगाया था. इस संबंध में जब हर रोज शिकायतें एएमयू के अलग- अलग विभागों में पहुंचने लगी, तो प्रोफेसर इशात मोहम्मद खान ने अपने चरित्र को बदनाम करने का दावा करते हुए कैमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर गंभीर आरोप लगाए थे.
22 जगहों पर की गई शिकायत
इसको लेकर प्रोफेसर इशात मोहम्मद खान ने एएमयू प्रशासन को एक लिखित में शिकायत पत्र भी दिया था. इसके बाद एएमयू प्रशासन ने 22 जगहों पर की गई शिकायत को लेकर जांच पड़ताल शुरू की. इसके लिए एएमयू प्रशासन ने पुलिस का सहारा लिया.
पूरे मामले का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने हर रोज आने वाली चिट्ठियों का पता लगाने का फैसला किया. इसके लिए एक गुप्त अभियान शुरू किया गया. पुलिस ने सीसीटीवी के जरिय निगरानी शुरू की, जिसमें पाया कि कैमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर रियाजुद्दीन हर रोज डाकघर जाकर इशात मोहम्मद खान के खिलाफ झूठे शिकायत पत्र भेज रहे हैं.
जांच के लिए कमेटी गठित
एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने जानकारी दी कि केमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर इशात मोहम्मद खान ने प्रोफेसर रियाजुद्दीन के खिलाफ शिकायत दी थी, जिसमें आरोप था कि प्रोफेसर रियाजुद्दीन ने गलत तरीके से 22 जगह उनकी शिकायत की थी. इस पर एएमयू ने प्रोफेसर रियाजुद्दीन से नोटिस के जरिए जवाब मांगा, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं था.
एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि इसके बाद एएमयू के वीसी ने अपनी पावर का इस्तेमाल करते हुए प्रोफेसर रियाजुद्दीन को निलंबित कर दिया है. मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है और विश्वविद्यालय में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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