Aligarh News: अस्तित्व लड़ाई लड़ रही अलीगढ़ की कर्बन नदी, प्रशासन की अनदेखी का बनी शिकार, आखिर कब होगा जीर्णोद्धार?
UP News: अलीगढ़ में प्रशासन की अनदेखी से कर्बन नदी का अस्तित्व खरते मे पड़ गया है. आलम ये है कि नदीं अब नाले में तब्दील हो चुकी है लेकिन प्रशासन इसे अनदेखा कर रहा है.
Aligarh News: आधुनिक युग में जैसे-जैसे तब्दीली हुई ठीक उसी तरह से विख्यात नदियां भी महज एक नाले के रूप में तब्दील होती हुई नजर आ रही है. नदियों का अपने आप में एक बड़ा महत्व रहता था लेकिन आज के समय में नदियां सिर्फ एक नाले के रूप में देखी जा रही है. उन्हीं नदियों में से एक नाम कर्बन नदी का आता है जो कि देश के मानचित्र में तो दर्ज है लेकिन जमीनी पटल पर कर्बन नदी को लोगों के द्वारा दोनों ओर से काटकर छाटकर एक नाले के रूप में तब्दील कर दिया है. अब इस नदी का पानी सिर्फ गंदे पानी के रूप में देखा जाता है धीरे-धीरे इस नदी का अस्तित्व खोता हुआ नजर आ रहा है लेकिन स्थानीय प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठा हुआ नजर आ रहा है.
अलीगढ़ जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित इगलास कस्बे से होकर गुजरने वाली कर्बन नदी का है जहां काफी मशहूर कर्बन नदी को माना जाता है. कर्बन नदी का अस्तित्व खत्म करने में आसपास के लोगों का बहुत बड़ा हाथ है. आसपास लोगों द्वारा प्लाटिंग करने के बाद कर्बन नदी को दोनों ओर से महज एक नाले के रूप में तब्दील करने में अहम भूमिका निभाई जा रही है. चंद जमीन के टुकड़े के लिए किसानों को जल आपूर्ति उपलब्ध कराने वाली नदी के अस्तित्व को गुमनाम किया जा रहा है. इगलास कस्बे से होकर गुजरने वाली इस कर्बन नदी को लोगों के द्वारा एक जमीन के तौर पर उसे खत्म करने के बाद ऐसे नाले के रूप में तब्दील किया जा रहा है जिसका काम सिर्फ कूड़ा फेंकने योग्य रह जायेगा.
मामले पर क्या बोलीं उप जिलाधिकारी
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री भूदेव प्रसाद शर्मा द्वारा बताया गया उनकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा हो चुकी है. वह तमोटिया गांव के रहने वाले हैं. फिलहाल कर्बन नदी के बराबर में उनके द्वारा घर बनाया गया है. काफी समय पहले जब वह कर्बन नदी के करीब से होकर गुजरा करते थे तो यह नदी खूब पानी से भर कर चला करती थी. अब कर्बन नदी में पानी नहीं दिखाई देता आसपास के करीब 100 गांव के किसान इस नदी से अपने खेतों की सिंचाई किया करते थे लेकिन अब इस नदी के पानी का कोई प्रयोग नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा कि इस बारे में अधिकारियों से कई बार बातचीत की गई लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. भारतीय किसान यूनियन टिकट गुट के द्वारा प्रदर्शन की रूपरेखा लगातार तैयार की जा रही है. साथ ही लोगों से कब्जा मुक्त कराने के लिए प्रयास किए जाएंगे.
वहीं इस संबंध में जब उप जिलाधिकारी महिमा सिंह राजपूत से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कर्बन नदी का मामला सिंचाई विभाग से संबंधित है. कोई शिकायत उनके पास नदी से संबंधित नहीं आई है लेकिन कभी भी किसी भी कार्य दिवस में कोई शिकायत आती है तो शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा. साथ ही इस मामले को विभाग को प्रेषित करके आगे भेज दिया जाएगा और उस मामले को लेकर कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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