Farmer News: कहते हैं देश की खुशहाली का रास्ता खेत और खलियान से होकर गुजरता है, जहां मेहनत मजदूरी करके अन्न उगाने के लिए किसान जमीन खोदकर पानी निकालता है. इस जमीन पर फसलों को उगाता है जिसके लिए किसानों जमीन में जगह-जगह जुताई करता है. फिर उसके बाद पूरे खेत को समतल कर उसमें फसल के बीज डालता है तब कहीं जाकर फसल की उम्मीद के रूप में कुछ पौधे निकाल कर आते हैं. जिनके बढ़ने के बाद ही फसल लोगों तक पहुंच पाती है.


दरअसल, पूरा मामला धान की फसल को लेकर है जहां धान की फसल पैदावार करने वाले किसानों के द्वारा विधिवत तरीके से धान की पैदावार करने के उपाय बताएं धान की पैदावार करने से पहले किसान को कड़ी मेहनत और मसक्का से जूझना पड़ता है जिसमें पहली कड़ी का काम किसान को भूमि पर जुताई करने से पूरा किया जाता है. लगातार जुताई से जिस जगह पर फसल उगाई जाती है, उस जगह की मिट्टी काफी हद तक नम हो जाती है इसके बाद दूसरी कड़ी के रूप में उस मिट्टी पर पानी छोड़ दिया जाता है.  


कैसे धान बदले मिलते हैं चावल
एक दिन छोड़ने के बाद अगले दिन उस मिट्टी पर और पानी छोड़कर उसका घोल बनाया जाता है. अगले पड़ाव मे घोल में पटेला चलाकर उसे समतल करने के बाद पांचवे पड़ाव के रूप में उसमें धान की पौध रखी जाती है. जगह-जगह लगाई जाने वाली पौध को लगने से पहले पूरी जमीन पर पानी पौध के आधे तने तक होना अनिवार्य होता है, जिससे पौधे में नमी बनी रहे और 10 दिन के बाद वह पौध जड़ पकड़ लेती है और 120 दिन में वही पौध का तना धान की फसल के रूप में  बन जाता है, आखिरी पड़ाव में किसान की जिम्मेदारियां भी दुगनी हो जाती हैं. धान की फसल को बचाए रखने के लिए तमाम तरीके के छिड़काव जरूरी होते हैं जिससे जिन पौधों में धान है उन पौधों को कीड़े नष्ट न कर दें. इसके लिए स्प्रे वगैरा किसानों के द्वारा लगाई जाती हैं तब कहीं जाकर 120 दिन में धान की फसल तैयार हो जाती है.


किसान नवीन ने जानकारी देते हुए बताया गया वह लगभग 20 साल से धान की खेती कर रहे हैं धान की खेती में पैदावार तो अच्छी होती है और दाम भी अच्छे मिल जाते हैं साथ ही धान की खेती ऐसी खेती होती है जिसे खराब होने की आशंका न के बराबर होती है वजह है. धान चावल के रूप में तब्दील होने के बाद उन्हें कितने भी दिन तक रखा जा सकता है लेकिन चावल खराब नहीं होते. अन्य फसलों की अगर बात कही जाए तो खराब होने का संकट उन पर मंडराता रहता है लेकिन जब चावल घर में हो या फिर कोल्ड में उन्हें रखने के बाद किसी तरह की परेशानी या फिर किसी तरह की खराबी की बात फसल को लेकर नहीं की जा सकती. यही कारण है धान की पैदावार करने वाले किसान अब पूरे तरीके से धान की ओर अग्रसर हो रहे हैं और बम्पर मुनाफे की बात करते हुए नजर आ रहे हैं. पिछली बार हुई बंपर पैदावार को लेकर किसानों की चेहरे पर मुस्कान है. 


किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद
किसानों का कहना है जिस तरह से धान की बंपर पैदावार पिछली बार हुई है अबकी बार भी धान की बंपर पैदावार की उम्मीद है. ज्यादा से ज्यादा लोग धान की पैदावार की ओर निगाहें लगाकर बैठे हुए नजर आ रहे है. अब देखना होगा धान की पैदावार करने वाले किसान 120 दिन बाद किसानों के चेहरे मुस्कुराएंगे या फिर उनके माथे पर चिंता की लकीरें देखेंने को मिलेंगी, फ़िलहाल किसान लगातार हो रही बारिश से किसान खुश नजर आ रहे है. धान की फसल में अच्छी पैदावार की उम्मीद जता रहे हैं.


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