Aligarh News Today: अलीगढ़ पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो डेटिंग एप का दुरुपयोग कर भोले-भाले छात्रों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था. गिरोह के निशाने पर मुख्य रूप से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्र होते थे. पुलिस ने इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पकड़े गए आरोपियों के पास से पीड़ितों के साथ समलैंगिक संबंधों की वीडियो भी मिली है. फोन से बरामद वीडियो के आधार पर पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से भली-भांति वाकिफ हैं.
डेटिंग ऐप से बनाते थे शिकार
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह डेटिंग ऐप के माध्यम से छात्रों से संपर्क कर और उन्हें सुनसान इलाकों में बुलाकर अपनी जालसाजी का शिकार बनाता था. आरोपी पहले छात्रों से बातचीत कर उनका विश्वास जीतते थे और फिर अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर उनके साथ संबंध बनाते थे.
इस दौरान वह संबंध बनाने की वीडियो रिकॉर्ड कर लेते थे. इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर आरोपी पीड़ित छात्रों को ब्लैकमेल करते थे, जहां वह पैसे की डिमांड करते थे. इस मामले की सूचना एक पीड़ित छात्र ने पुलिस के दे दी. सूचना मिलते ही पुलिस भी सक्रिय हो गई और जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पीड़ित के ATM से निकाले 12 हजार
पूरा मामला अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन का है, जहां ग्रिंडर ऐप पर समलैंगिक दोस्ती की आड़ में ब्लैकमेल करने वाले गैंग पुलिस ने पर्दाफाश किया है. आरोपियों ने एएमयू के स्कूल के एक छात्र के साथ कुकर्म की कोशिश करते हुए उनकी वीडियो बनाकर वायरल कर दी.
इससे पहले पीड़ित छात्र को आरोपियों ने अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए 50 हजार रुपये की डिमांड की. इसके बाद शातिर आरोपियों ने उससे एटीएम कार्ड छीन लिया और जबरन पिन पूछकर 12 हजार रुपये निकाल लिए. किसी तरह से पीड़ित छात्र ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस संबंध में एएसपी मयंक पाठक ने बताया कि पिछले 3 महीने से ये लोग डेटिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे. इसमें कई लोगों को इन्होंने पहले भी शिकार बनाया है, लेकिन इस बार शिकायत मिलते ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
ٓAMU छात्र ने दर्ज कराई शिकायत
एएसपी मयंक पाठक ने बताया कि बुलंदशहर के रहने वाले एएमयू ने छात्र ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें उसने बताया था कि वह 12वीं में पढ़ता है. पीड़ित ने बताया ग्रिंडर ऐप पर दोस्ती के बाद कुछ लोगों बीते 7 नवंबर को उसे जकरिया मार्केट स्थित नाले की पुलिया के पास बुलाया था.
पीड़ित छात्र के मुताबिक, मौके पर पहुंचने पर दो लोग जबरन उसे बहला-फुसलाकर साथ ले गए. बातचीत में एक खुद को शाहरुख और दूसरा हाफिज नाम से बुला रहा था. इस मामले की शिकायत मिले पर पुलिस ने सिविल लाइंस के मेडिकल चौकी क्षेत्र से गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
चार आरोपी गिरफ्तार
एएसपी मयंक पाठक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी लड़कों को अगवा कर एक्सटॉर्शन मांगते थे. इस गिरोह के चार सदस्य सगीर, हफीज, शाहरुख और जैकी को मेडिकल चौकी इंचार्ज साबिर अली की स्पेशल टीम के नेतृत्व में रातों रात दबिश देकर गिरफ्तार किया है.
यह गिरोह ग्राइंडर ऐप पर फेक प्रोफाइल बनाता था, जिसके माध्यम से वह भोले भाले लड़कों को अपने जाल में फंसाते थे. इन लड़कों को मिलने के बहाने बुलाकर एक कमरे में ले जाकर उनको नग्न कर उनके साथ मारपीट कर उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग करते थे.
इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर वह उनसे पैसे वसूलते थे. इसके अलावा वह पीड़ितों को जान से मारने की धमकी देकर उनके साथ गलत काम करते थे. आरोपियों के पास से पुलिस ने कई ऐसे लोगों की वीडियो बरामद की है. फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.
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