UP News: अलीगढ़ जेल में कैदी की तबियत बिगड़ने पर हड़कंप मच गया. बंदी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. डॉक्टर ने बंदी को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. जेल प्रशासन ने परिजनों के आरोपों को खारिज कर दिया है. मामला थाना रोरावर क्षेत्र के महफूज नगर शाह जमाल का है. 34 वर्षीय शाकीर पुत्र रफीक हत्या के मामले में बंद था.


शनिवार सुबह जेल प्रशासन ने परिजनों को शाकिर की तबीयत खराब होने की जानकारी दी. परिजनों को बताया गया कि शाकिर को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा गया है. परिजनों के मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर शाकिर की मौत हो चुकी थी. कैदी की मौत से नाराज परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा काटा. हंगामे की वजह से मेडिकल कॉलेज में अफरा तफरी का माहौल बन गया.  


जेल में बंद कैदी की मौत पर मचा हड़कंप


डॉक्टर ने भी बताया कि शाकिर को मृत हालत में जेल प्रशासन लाया था. मृतक के भाई का कहना है कि शाकिर से कल जिला जेल में मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान शाकिर बिल्कुल स्वस्थ्य था. शाकिर की मौत जेल प्रशासन की लापरवाही से हुई है. पीड़ित परिजनों ने शाकिर के आश्रितों को मुआवजा दिये जाने की मांग की है.


परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप


उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन प्रकरण में दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. जेल सुपरिंटेंडेंट बिजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि कैदी की मृत्यु नेचुरल हुई है. इसलिए मामले में बयान नहीं दिया जा सकता. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. जेल सुपरिंटेंडेंट ने टेलीफोन पर कैदी की मृत्यु की पुष्टि की थी. लेकिन उन्होंने मामले में किसी तरह का बयान देने से साफ इनकार कर दिया. परिजनों को शाकिर के शव का इंतजार है. 


ये भी पढ़ें-


यूपी पुलिस परीक्षा में निरस्त 25 सवालों के लिए ये पुराना फैसला अहम, इस फार्मूले से मिलेंगे नंबर