UP News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) प्रशासन और टीचर्स एसोसिएशन में ठन गई है. कल होने वाले एएमयू टीचर्स एसोसिएशन (अमूटा) के चुनाव को एएमयू प्रशासन ने अवैध घोषित कर दिया है. अमूटा चुनाव को कराने पर आमादा है. एएमयू के रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान ने नोटिस जारी कर 23 मई को होने वाले चुनाव नतीजों को अवैध घोषित कर दिया है. टीचर्स की तरफ से बनाई गईं मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर इमराना नसीम ने भी नोटिस जारी कर 23 मई को चुनाव कराने का ऐलान किया है.


AMU प्रशासन और टीचर्स एसोसिएशन में बढ़ा टकराव


फिलहाल कल पता चलेगा कि यूनिवर्सिटी में टीचर्स एसोसिएशन के चुनाव होंगे या नहीं. बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में टीचर्स एसोसिएशन के चुनाव लंबे समय से नहीं हुए हैं. टीचरों ने चुनाव कराने के लिए कई बार एएमयू प्रशासन को पत्र भी लिखा था, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. एएमयू प्रशासन कोरोना या अन्य का बहाना बनाकर चुनाव टालता रहा. कुछ माह पहले सितंबर 2022 में एएमयू टीचर्स ने एक चुनाव अधिकारी नियुक्त करने की घोषणा की थी.


इतिहास विभाग की प्रोफेसर चांदनी बी को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया. लेकिन उस समय भी एएमयू प्रशासन ने चुनावों को रद्द कर दिया था. एएमयू प्रशासन ने नया चुनाव अधिकारी प्रोफेसर बीबी सिंह को नियुक्त कर चुनाव कराने की घोषणा की थी लेकिन तारीख तय नहीं की. इसकी वजह से लगातार चुनाव टलते हुए आ रहे थे. चुनाव ना होता देख अब दोबारा से एएमयू टीचर्स ने जनरल बॉडी मीटिंग में मुख्य चुनाव अधिकारी नियुक्त कर 23 जून को चुनाव कराने का फैसला किया.


रजिस्ट्रार की तरफ से जारी नोटिस में चुनाव हुआ अवैध


जनरल बॉडी की मीटिंग आज शाम करीब 7 बजे एएमयू परिसर में भी होनी है. लेकिन एक दिन पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार की तरफ से जारी नोटिस में 23 मई को टीचर्स एसोसिएशन के होने वाले चुनावों परिणामों को अवैध घोषित कर दिया. एएमयू टीचर्स की तरफ से बनाई गई मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर इमराना ने भी 23 मई को चुनाव कराने का नोटिस सर्कुलेट कर दिया. अब एएमयू प्रशासन और टीचर्स एसोसिएशन के बीच टकराव हो सकता है.


एएमयू टीचर्स की मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर इमराना नसीम ने बताया कि एएमयू प्रबंधन का चुनाव से मतलब नहीं है. इलेक्शन से पहले नोटिफिकेशन निकाला गया है. पोलिंग 8:30 बजे से शुरू हो जाएगी. शाम 5:00 बजे के बाद काउंटिंग होगी. ऊपर वाले ने चाहा तो सब कुछ शांतिपूर्वक होगा. पिछले चुनाव से लेना देना नहीं है. जनरल बॉडी मीटिंग ने मुख्य चुनाव अधिकारी बनाया है. मेरी जिम्मेदारी है शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने की. मेरी तरफ से निकाले शिड्यूल के मुताबिक चुनाव होंगे. अभी तक कोई टकराव की स्थिति नहीं है. ना किसी ने मुझसे कोई बात की है ना मुझे किसी ने कुछ कहा है.


कल चुनाव होना पहले से निश्चित है. कल होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए खड़े हुए प्रोफेसर निसार अहमद खान ने कहा कि एसोसिएशन का गठन होने पर एएमयू प्रशासन के पत्र को रिकॉग्नाइज नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि बजाय रोकने के चुनाव का सपोर्ट करना चाहिए. पिछली बार भी चुनाव को रोका गया था हालांकि रोकना नहीं चाहिए था लेकिन हमने सोचा समय रहते प्रशासन ही चुनाव करा दे. काफी समय बीतने के बाद भी इलेक्शन नहीं हुआ. प्रशासन चुनाव नहीं कराना चाहता. हमने जनरल बॉडी मीटिंग में चुनाव कराने का फैसला ले लिया है.


प्रशासन ने आखिरी वक्त पर पत्र निकाला है कि हम रिकॉग्नाइज आपको नहीं करेंगे. उसके लिए हमने उनको अप्रोच नहीं किया है कि हम को आप कोई रिकॉग्नाइज करें. ना हमने कोई उनसे अपील की है. उनकी तरफ से एकतरफा फैसला और गलत है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि नोटिस रजिस्ट्रार के सिग्नेचर से निकला है. उसमें सिर्फ रजिस्ट्रार ने इस बात को नोटिफाई किया है कि जनरल बॉडी की मीटिंग और इलेक्शन आर्टिकल 21 के हिसाब से नहीं है. एएमयू प्रवक्ता जीशान अहमद ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन सचिव के अलावा अन्य की बुलाई गई बैठक और चुनाव का एएमयू प्रशासन संज्ञान नहीं लेगा.


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