UP Assembly Election 2022: राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चुनाव प्रचार के दौरान लगातार 'जाति आधारित शब्दावली' के उपयोग को लेकर उनकी आलोचना की. खैर के पास मालव गांव में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे चौधरी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री 'लगातार जाटों के बारे में बात कर जातिगत मुद्दे उठा रहे थे. यह उचित नहीं है क्योंकि इससे किसानों के मुख्य मुद्दे दरकिनार हो जाते हैं' उन्होंने कहा, 'हम किसानों के लिए लड़ रहे हैं और हम अपने अभियान में कहीं भी जातिगत मुद्दे नहीं लाते.'


इससे पहले मालव में सभा को संबोधित करते हुए खैर के लोगों के साथ भावनात्मक जुड़ाव दिखाते हुए, उन्होंने कहा, 'मेरे दादा (पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह) से मुझे गांव से जुड़े मुद्दों के आधार पर किसानों के हितों को आगे बढ़ाने की विरासत मिली है. मैं आप लोगों को कभी निराश नहीं होने दूंगा.' उन्होंने कहा कि अलीगढ़ की खैर तहसील में उनके परिवार की जड़ें बहुत मजबूत हैं और इस क्षेत्र को अक्सर 'मिनी छपरौली' कहा जाता है और यह उनके दादा के समय से उनका दूसरा घर है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों का उनके परिवार के साथ बहुत खास रिश्ता है और यह आज उनके दौरे के दौरान दिखाई दिया. 


जयंत चौधरी ने कही ये बड़ी बात


अलीगढ़ छोड़ने से पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, रालोद प्रमुख ने कहा, 'बीजेपी के कुछ नेता हमें इतिहास सिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि बीजेपी और जाट पिछले 600 वर्षों से एक साथ हैं.' उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के बयान बीजेपी के इतिहास के त्रुटिपूर्ण पठन को दर्शाते हैं. हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जाट प्रतिनिधियों के एक समूह के साथ अपनी बैठक में कहा था कि जाट और बीजेपी मुगलों के खिलाफ लड़ने की विरासत साझा करते हैं.


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