Aligarh News: अलीगढ़ जेल में हर रोज नई तस्वीरें देखने को मिल रही है, जहां एक ओर अलीगढ़ में स्थित जेल में बंद कैदियों के द्वारा ताले बनाये जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर त्योहारों के मौके पर त्योहारों से ताल्लुक रखने वाली सामग्री भी अलीगढ़ जेल में तैयार की जाती है. अलीगढ़ जेल में बंद कैदियों के द्वारा शिवलिंग हथकड़ी व ताले के साथ-साथ शंख को भी बनाया था. अलीगढ़ के कैदियों के इस हुनर को देखकर जेल मंत्री के द्वारा इसकी जमकर प्रशंसा की थी.



दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ का है, जहां से पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा को देने के लिए अलीगढ़ जेल से दो कैदियों को मय सुरक्षा के साथ रवाना किया है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है. अपने सपनो की उड़ान को हवा देने के लिए पुलिस अभिरक्षा के बीच एक हाथ मे हथकड़ी एक हाथ मे पेपर लेकर अपने नए भविष्य के सपने सजाए हुए है. कानून पर भरोसा रखने हुए न्यायपालिका से उसे खुद को बाइज्जत बरी होने की उम्मीद है.

सुरक्षाकर्मियों के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचे कैदी
कैदी को लेकर बताया जाता है, यह कैदी अलीगढ़ जेल में बंद है और इसके द्वारा पुलिस में भर्ती होने का सपना लेकर फॉर्म भरा था. खाकी पहनने के लिए एक और युवक के द्वारा सपना देखा है. दोनों ही कैदियों के द्वारा एक आवेदन कोर्ट को भेजा था, जिसमें उनके द्वारा पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा में सम्मिलित होने की मांग रखी थी. कोर्ट ने जेल सुपरिंटेंडेंट को आदेश देते हुए पुलिस भर्ती में शामिल होने की इजाजत देते हुए सुरक्षाकर्मियों के साथ दोनों कैदियों को अलग-अलग जगह पर परीक्षा में शामिल होने के लिए भेजा था.

दो कैदियों ने दी परीक्षा
परीक्षा देने वाले में एक बंदी अलीगढ़ जिले के चंडौस के गांव भवापुर का है, जिसका नाम आकाश पुत्र प्रेम सिंह है. जो गांव में हुए आपसी झगड़े में दर्ज हुए मुकदमे में बीती 4 मई को अलीगढ़ जेल भेजा गया था. वहीं दूसरी ओर फिरोजाबाद के नारखी के नारखी धोकला का विजय कुमार पुत्र पप्पू सिंह है जो कि कोतवाली हाथरस क्षेत्र में  अपहरण के मुकदमे में 24 अगस्त को अलीगढ़  जेल में भेजा गया था. कोर्ट के आदेश पर पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए दोनों कैदियोें को मौका दिया गया है,

क्या बोले जेल सुपरिटेंडेंट विजेंद्र सिंह यादव
पूरे मामले को लेकर अलीगढ़ जेल के सुपरिटेंडेंट विजेंद्र सिंह यादव के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया अलीगढ़ से दो कैदियों को पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए रवाना किया  गया था जिसमें एक बंदी आकाश ने जिला बुलंदशहर में परीक्षा दी थी तो वही दूसरे बंदी विजय कुमार ने जिला हाथरस में परीक्षा दी थी उनकी अभिरक्षा के लिए पुलिसकर्मी साथ भेजे गए जिससे उनके द्वारा लिखित परीक्षा को पूरा किया जा सके सकारात्मक सोच को आगे बढ़ाने के लिए कैदी को परीक्षा में सम्मिलित होने का मौका दिया है.


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