Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) में मवेशियों में फैली लंपी बीमारी (Lumpy skin disease) वायरस (Lumpy virus) का प्रकोप 126 गांवों तक पहुंच गया है. इसकी चपेट में 4,099 पशु आ चुके हैं और 41 की मौत हो चुकी है. विभाग का दावा है कि 650 पशु इस बीमारी से अब तक ठीक हो चुके हैं जबकि 30 हजार से अधिक पशुओं का टीकाकरण भी हो चुका है.


मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने क्या बताया
अलीगढ़ के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (Chief Veterinary Officer) डॉ बी.पी सिंह ने बताया कि, लंपी बीमारी (Lumpy skin disease in cattle) से अब तक 4099 पशु प्रभावित हो चुके हैं जबकि 84,577 पशुओं को संदिग्ध की श्रेणी में रखा गया है. उन्होंने बताया कि अब तक 38 सैंपल जांच के लिए मथुरा (Mathura) भेजे गए थे जिसमें से 12 पॉजिटिव केस पाए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि, कुल 38 टीमें अब तक 30 हजार पशुओं को वैक्सीन लगा चुकी हैं. प्रत्येक ब्लॉक में तीन तीन टीमें घर-घर जाकर टीकाकरण के काम में जुटी हैं.


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जल्दी हो रही रिकवरी-अधिकारी
अधिकारी ने बताया, लंपी बीमारी का प्रकोप कुछ कम हो रहा है और रिकवरी भी जल्दी हो रही है. लंपी स्क्रीन डिजीज पशुओं को होने वाली एक वायरल बीमारी है. यह पोस्क वायरस से मवेशियों में मच्छर और मक्खी के जरिए एक से दूसरे में फैलती है. इसमें पशुओं के शरीर पर जख्म नजर आने लगते हैं. 


क्या हैं इस बीमारी के लक्षण
अधिकारी ने बताया कि, यह बीमारी होने के बाद पशु खाना कम कर देता है और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी घटने लगती है. इस बीमारी की शुरुआत में पशुओं को 2 से 3 दिन तक हल्का बुखार रहता है. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अपील की है कि पशुपालक बीमार पशुओं का सरकारी चिकित्सालय में ही उपचार कराएं.


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