(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Aligarh News: सऊदी अरब में हुई थी मौत, अलीगढ़ लाकर दफनाया गया, अब 10 महीने बाद कब्र से निकाला गया शव, जानिए वजह
Aligarh News: 10 महीने बाद अब कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद आज एसीएम द्वितीय सुधीर कुमार की उपस्थिति में शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया.
Aligarh News: अलीगढ़ के रहने बाले तमकीन अहमद की 10 महीने पहले सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी जिसके बाद उसका शव अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी इलाके के नुमाइश ग्राउंड स्थित चांदमारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया था. परिजनों की तहरीर के आधार पर कोर्ट के निर्देश के बाद आज 10 महीने बाद युवक के शव को कब्र से बाहर निकाला गया. बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार के लोगों ने पत्नी पर हत्या का आरोप लगाया था.
पति-पत्नी रहते थे सऊदी अरब
अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन इलाके के लोको कॉलोनी गली नंबर 11 में रहने वाले तमकीन अहमद सऊदी अरब में अपनी पत्नी के साथ नौकरी किया करते थे. अचानक उनकी तबीयत खराब हुई और संदिग्ध परिस्थितियों में तमकीन की सऊदी अरब में मौत हो गई. जिसके बाद वहां के प्रशासन द्वारा उनकी पत्नी को अलीगढ़ में कुछ फॉर्मेलिटी पूरी करने के लिए भेज दिया गया. फॉर्मेलिटी पूरी होने के बाद तमकीन के शव को अलीगढ़ लाया गया.
परिजनों ने दर्ज कराया था मामला
यहां मुस्लिम धर्म की परंपराओं के अनुसार उनको अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी इलाके के नुमाइश ग्राउंड स्थित चांदमारी कब्रिस्तान में दफनाया गया. इसके कुछ दिन बाद परिजनों ने उनकी पत्नी पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए थाना सिविल लाइन में मामला दर्ज कराया. जिसके 10 महीने बाद अब कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद आज एसीएम द्वितीय सुधीर कुमार की उपस्थिति में शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया.
मां ने शिकायत में क्या कहा था
एसीएम द्वितीय सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शाहिता परवीन है लोको कॉलोनी अलीगढ़ की रहने वाली है. उनके द्वारा शिकायत की गई कि उनका बेटा तमकीन अहमद जिसकी 15 अप्रैल 2021 को सऊदी अरब में मौंत हो गई थी 31 मई 2021 को उनके शव को यहां लाकर 1 जून को कब्रिस्तान में दफना दिया गया था. इनका यह भी कहना था कि कोरोना की लहर चल रही थी उस दौरान शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था. बाद में इनके द्वारा विभिन्न स्तरों पर शिकायत की गई. जिसके बाद उच्च न्यायालय में भी एक रिट दायर की गई.
पोस्टमार्टम कराया जा रहा
न्यायालय का आदेश था की 176 सीआरपीसी का संज्ञान लेकर शव को निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम करवाया जा सकता है. जिसके बाद एसीएम के द्वारा संयुक्त निदेशक से राय ली. संयुक्त निदेशक ने बताया कि आप 176 सीआरपीसी के तहत बॉडी को निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम कराकर मौत का सही कारण पता कर सकते हैं. जिसके बाद आज शव को कब्र से बाहर निकाला जा रहा है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मौत के सही तथ्यों की सही जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे मौत के कारणों का पता चल सके.
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