Bareilly News: बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात संगठन के मौलानाओं ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध किया. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने कहा किसी भी हद तक जाकर देश भर में मुसलमान यूसीसी का विरोध करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2 बच्चे, हलाला, एक शादी, बहु विवाह, शादी का रजिस्ट्रेशन का विरोध करेंगे. वहीं जमात के मौलानाओं ने कहा कि शरीयत में मोदी सरकार का हस्तक्षेप बर्दाशत नहीं करेंगे. इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने भी यूसीसी को लेकर प्रतिक्रिया दी है. बीएसपी प्रमुख ने कहा कि वह यूसीसी लागू करने के खिलाफ नहीं है लेकिन वह बीजेपी सरकार द्वारा इसे देश में लागू करने के तौर-तरीके से सहमत नहीं है.
यूपी की पूर्व सीएम ने कहा- "यदि विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोगों पर हर मामले में समान कानून लागू होता है तो उससे देश कमजोर नहीं बल्कि मजबूत ही होगा. साथ ही लोगों में आपसी सद्भाव और भाईचारा भी पैदा होगा. हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन यह मानकर चलना चाहिए कि देश में विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. उनके अपने रस्म रिवाज हैं, उनकी अपनी कार्यशैली हैं."
वहीं समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने का यह सही समय है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री नकवी ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और सांप्रदायिक राजनीति से दूर रहें. कांग्रेस ने यूसीसी को लेकर मोदी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि इस तरह के मुद्दे उठाने के लिए ‘ओवरटाइम’ काम कर रहे हैं और आम आदमी की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे हैं.
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