Prayagraj News: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक बार फिर चर्चाओं में हैं. छात्र से मारपीट के मामले में यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने बड़ा एक्शन लिया है. इस मामले में यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ राकेश सिंह हटा दिया गया है. डॉक्टर राकेश सिंह पर छात्र को सरेआम लाठी से पीटने का आरोप लगा था जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रबंधन उन्हें पद से हटा दिया है. उनकी जगह प्रोफेसर के एन उत्तम को कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है.


इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र को सारेआम लाठियो से पीटने के मामले में यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर राकेश सिंह हटा दिया गया है. यूनिवर्सिटी में छात्रों के चल रहे बवाल और विरोध प्रदर्शन के चलते उन पर कार्रवाई की गई है. कुलपति के निर्देश पर छह सदस्यीय हाई पावर लीगल कमेटी गठित की गई. प्रोफेसर शिव मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें चार प्रोफेसर्स प्रो एस आई रिजवी, प्रो आदेश कुमार, प्रो चंदा देवी और प्रो प्रियंवदा सिंह को मेंबर बनाया गया है.


जांच के लिए गठित की गई टीम
जबकि सुनील कुमार यादव असिस्टेंट रजिस्ट्रार को संयोजक बनाया गया है. यह हाई पावर कमेटी यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से जुड़े लीगल मामलों को देखेगी. इसके साथ ही 29 जनवरी को छात्र अभिषेक गुप्ता के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले की भी जांच करेगी. यह कमेटी एक महीने में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी. यूनिवर्सिटी की पीआरओ प्रो जया कपूर चड्ढा ने जानकारी दी.


इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी इससे पहले भी कई सुर्खियों में रही है. कुछ दिन पहले बीए थर्ड ईयर की छात्रा ने प्राचीन इतिहास विभाग के एक असिस्टेंट प्रोफेसर यौन उत्पीड़न का आऱोप लगाया था. मामले छात्रा ने शिक्षक पर आरोप लगाया था कि आरोपी शिक्षक ने उसके सामने सेकंड ईयर में प्रेम प्रस्ताव रखा था जिसे उसने ठुकरा दिया. छात्रा ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसे इमोशनल ब्लैकमेल कर अपने घर ले गया जहां उसके साथ गलत काम किया था.


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