एबीपी गंगा। केंद्र सरकार द्वारा इलाहाबाद केंद्रीय विश्विद्यालय में एक दिन के लिए नियुक्त कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर पी के साहू ने फिल्म नायक की तर्ज पर काम करते हुए फैसले लिए। पहले तो उन्होंने शिक्षकों से जुड़ी लंबित मांगों को सही मानते हुए कुल सचिव को उचित कार्यवाही करने के आदेश जारी किया। फिर छात्रो की मांगों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है लेकिन यूनिवर्सिटी की गरिमा को भी ध्यान में रखना होगा।


दरअसल, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में केंद्र सरकार ने पीके साहू को एक दिन के लिए कार्यवाहक कुलपति के तौर पर नियुक्त किया था। बीते दिनों मंथन के बाद वरिष्ठता सूची के आधार पर उन्हें यह नियुक्ति दी गई थी। इससे पहले प्रोफेसर रतन लाल हंगरू विश्वविद्यालय के कुलपति थे। लेकिन विवादों में रहने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद तय हुआ कि पीके साहू को कुलपति बनाया जाएगा।


रजिस्ट्रार एनके शुक्ला ने नए वीसी साहू को पदभार ग्रहण कराया। पीके साहू भी बुधवार को ही सेवानिवृत्त हो जाएंगे, ऐसे में वे एक दिन के लिए ही कुलपति के पद पर रहेंगे। इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय को स्थाई कुलपति मिलने तक नए कार्यवाहक कुलपति के रूप में काम करेंगे। ऐसे में प्रोफेसर पीके साहू ने नए वीसी के तौर पर कमान संभालते ही यहां लंबित कई मामलों को हरी झंडी दे दी। इस वजह से छात्रों के साथ-साथ शिक्षक भी खुश नजर आए। शिक्षकों का कहना है कि जिस तरह फिल्म नायक के हीरो अनिल कपूर ने 1 दिन के पीएम बनने के बाद जो काम किए थे, ठीक उसी तर्ज पर प्रोफेसर पीके साहू ने भी काम किया है। वहीं अब छात्र नेताओं ने भी साहू से मुलाकात कर छात्र संघ बहाली की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है। उम्मीद जताई जा रही है कि कार्यवाहक वाइस चांसलर अपने कार्यकाल में छात्रों के हित में कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं।