Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज की इलाहाबाद सीट पर कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित सांसद उज्जवल रमण सिंह का कहना है कि वह क्षेत्र की जनता के लिए सड़क से संसद तक आवाज उठाएंगे. इलाहाबाद के साथ पिछले दस सालों में जो सौतेला व्यवहार किया गया है, जो उपेक्षा की गई है, अगर उसे खत्म नहीं किया गया तो वह धरना - प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे. इलाहाबाद के विकास के लिए जनता को साथ लेकर लोकतांत्रिक तरीके से उसकी आवाज उठाएंगे.



सांसद उज्जवल रमण सिंह का कहना है कि यह उनकी नहीं, बल्कि इलाहाबाद सीट की जनता की जीत है. वह अपनी जीत का श्रेय पूरी तरह प्रयागराज की जनता को दे रहे हैं. यहां के लोगों की अपेक्षाएं और उम्मीदें बहुत ज्यादा है. ऐसे में वह जनता की आवाज को मजबूती से उठाने का काम करेंगे. 

 

वकालत छोड़ राजनीति में रखा कदम

उज्जवल रमण सिंह के मुताबिक सियासी परिवार से होने के बावजूद वह परिस्थितियों वश राजनीति में आए थे. वकालत का पेशा छोड़कर सियासत की दुनिया में कदम रखने वाले उज्जवल रमण सिंह का कहना है कि बीस साल पहले जब वह राजनीति में आए थे, तब से अब तक फील्ड को सत्ता पाने का नहीं, बल्कि सेवा करने का माध्यम बनाकर काम कर रहे हैं.


उनके मुताबिक पढ़ना- घूमना और खाना पीना उनका शौक है. खाने में उन्हें करेले की सब्जी बहुत पसंद है. अब भी जब मौका मिलता है तो क्रिकेट व दूसरे खेलों में हाथ आजमा लेते हैं. हालांकि समय बहुत कम मिल पाता है. सार्वजनिक जीवन में रहने का यह नुकसान होता है. इसकी वजह से परिवार के लोग कई बार ताने भी देते हैं, लेकिन उन्हें यह समझाना पड़ता है कि जनता के लोग भी उनके परिवार के ही सदस्य हैं और उनके सुख-दुख में खड़े रहना उनका फर्ज है.


गौरतलब है कि इलाहाबाद सीट पर कांग्रेस पार्टी को 40 सालों बाद कामयाबी मिली है. यहां के कांग्रेस उम्मीदवार उज्जवल रमण सिंह ने बीजेपी के नीरज त्रिपाठी को 58 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. उज्जवल रमण सिंह समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता कुंवर रेवती रमण सिंह के बेटे हैं जबकि हारने वाले बीजेपी के नीरज त्रिपाठी पूर्व गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे हैं.