नई दिल्ली. इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय यादव अपने पद से रिटायर हो गए हैं. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर उनका कार्यकाल सिर्फ 15 दिन का ही रहा. हाईकोर्ट के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब किसी मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल इतने कम समय का रहा हो. जस्टिस मुनीश्वर नाथ भंडारी को मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है.


न्याय विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश पद से जस्टिस यादव के रिटायर होने के बाद हाईकोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति भंडारी 26 जून 2021 से मुख्य न्यायाधीश पद का कार्यभार संभालेंगे.


मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से हुआ था ट्रांसफर
8 जनवरी को जस्टिस यादव का मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर हुआ था. 14 अप्रैल को वे कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने थे. इसके बाद उन्हें मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था. जस्टिस यादव ने जस्टिस गोविंद माथुर की जगह ली थी. गोविंद माथुर 21 नवंबर 2017 से 13 अप्रैल 2021 तक मुख्य न्यायाधीश थे.


कमल नारायण सिंह रहे सबसे कम दिन CJI
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस कमल नारायण सिंह का कार्यकाल 17 दिन सबसे छोटा रहा है. वो 25 नवंबर से 12 दिसंबर 1991 तक मुख्य न्यायाधीश रहे. मुख्य न्यायाधीश एस राजेंद्र बाबू मई 2004 में 29 दिनों के लिए न्यायपालिका के प्रमुख थे. वहीं, मुख्य न्यायाधीश जेसी शाह का कार्यकाल दिसंबर 1970 से जनवरी 1971 तक 35 दिनों का था. 


बता दें कि हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु में रिटायर होते हैं. देश के प्रधान न्यायाधीश और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष है.


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