इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए पांच बजे तक वोटिंग, इस दिन होगी वोटों की गिनती
Allahabad High Court Bar Association Election: बोगस वोटिंग रोकने के लिए सेंसर वाले कैमरों का भी प्रयोग किया गया है. महिलाओं और सीनियर एडवोकेट्स के लिए अलग बूथ बनाए गए हैं.
Allahabad High Court News: इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के नए पदाधिकारियों के चुनाव के लिए आज कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जा रहा है. मतदान शाम पांच बजे तक होगा, जबकि वोटों की गिनती पांच अप्रैल से शुरू होगी. मतदान को लेकर अधिवक्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. ज्यादातर बूथों पर वोटरों की लंबी लाइन लगी हुई है. दोपहर तीन बजे तक करीब साठ फीसदी से ज्यादा वोटरों ने मतदान कर लिया था. ज्यादातर पदों पर इस बार बहुकोणीय और नजदीकी मुकाबला हो रहा है. वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है.
इस बार तेरह प्रमुख पदों समेत कुल 28 पदों के लिए होने वाले चुनाव में दो सौ छह उम्मीदवार मैदान में हैं. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में 9600 मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना है. मतदान के लिए सोलह बूथ बनाए गए हैं. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए इस बार कई नये कदम उठाए गए हैं. पूरी चुनाव प्रक्रिया सीआरपीएफ की निगरानी में करायी जा रही है. इस बार बैलेट पेपर पर उम्मीदवारों के नाम के साथ ही उनकी कलर्ड फोटो भी लगाई गई है. बोगस वोटिंग रोकने के लिए सेंसर वाले कैमरों का भी प्रयोग किया गया है. महिलाओं और सीनियर एडवोकेट्स के लिए अलग बूथ बनाए गए हैं. वोटरों के लिए ड्रेस में आना अनिवार्य किया गया है और बार एसोसिएशन का पहचान पत्र भी साथ लाने पर ही वोटिंग कराई जा रही है.
वोटिंग के लिए आने वाले वकीलों को पहले एक टोकन दिया जा रहा है. उसके बाद सेंसर युक्त कैमरे से उनकी फोटो खींची जा रही है. टोकन मिलते ही वोटर के नाम को कम्प्यूटर की मदद से ब्लाक कर दिया जाता है. ताकि उस नाम पर दोबारा वोट नहीं पड़ सके. पूरे सेंटर पर दर्जनों की संख्या में बैटरी से चलने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. मुख्य चुनाव अधिकारी वी एम जैदी के मुताबिक़ निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराया जा रहा है. उनके साथ पांच अन्य चुनाव अधिकारी व साथ ही तकरीबन पौने दो सौ सहायक चुनाव अधिकारियों की भी तैनाती की गई है.
चुनाव में वैसे तो सभी पदों पर नजदीकी और दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है, लेकिन सबकी निगाहें अध्यक्ष और महासचिव के उम्मीदवारों पर टिकी हुई हैं. मतदान के बैलेट बाक्स सीआरपीएफ की निगरानी में रखे जायेंगे. वोटिंग की तरह ही काउंटिंग में पुलिस व प्रशासन के लोगों के साथ ही सीआरपीएफ की भी निगरानी रहेगी. वोटों की गिनती पांच अप्रैल से रोजाना सुबह दस से शाम पांच बजे के बीच होगी. पांच अप्रैल को सबसे पहले बैलेट पेपर्स को छांटा जाएगा. चुनाव में पांच अलग अलग बैलेट पेपर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. सभी पदों की काउंटिंग पूरी होने में एक हफ्ते से दस दिनों का वक्ता लग सकता है.
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