Gyanvapi News: काशी ज्ञानवापी से जुड़े अलग-अलग मामलों की सुनवाई वाराणसी जिला न्यायालय में लगातार जारी है.  इसी क्रम में ज्ञानवापी परिसर से जुड़े सोमनाथ व्यास जी के तहखाने में नियमित पूजा पाठ को लेकर 30 जनवरी को दोनों पक्षों द्वारा अपनी-अपनी दलील रखी गई. इसके बाद वाराणसी जिला अदालत ने 31 जनवरी आज के लिए फैसला सुनाए जाने को लेकर तारीख निर्धारित की है.


आज संभवतः 2:00 तक  सोमनाथ व्यास जी के तहखाने में पूजा पाठ को लेकर वाराणसी जिला अदालत अहम फैसला सुनाएगी. हिंदू पक्ष के अनुसार यह फैसला बेहद निर्णायक है और इस पर शहर के साथ-साथ पूरे देश की नजर टिकी हुई है.


1993 से पहले नियमित होता था तहखाने में पूजा पाठ


विष्णु शंकर जैन ने कि - काशी ज्ञानवापी परिसर से जुड़े सोमनाथ व्यास जी के तहखाने में 1993 से पहले नियमित पूजा पाठ होता था. बीते 17 जनवरी को वाराणसी जिला न्यायालय ने व्यास जी के तहखाने की देखरेख की जिम्मेदारी वाराणसी जिला प्रशासन को सौंप दी. इसी मामले से जुड़े हिंदू पक्ष का एक और प्रार्थना पत्र है जिसमें हमने तहखाने में 1993 की तरह ही नियमित पूजा पाठ की अर्जी भी लगाई है.


30 जनवरी को वाराणसी जिला न्यायालय ने दोनों पक्षों की बातों को सुना. जहां हिंदू पक्ष ने तहखाने में प्रवेश के साथ पूजा पाठ करने के लिए आदेश मांगा, वहीं मुस्लिम पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई. जिला न्यायालय ने आज के लिए आदेश को सुरक्षित रखा है. 31 जनवरी को इस मामले पर फैसला सुनाया जाएगा.


'फैसले पर टिकी सबकी नजर'


वहीं 92 दिनों तक चले आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर के तहखाने में साफ सफाई हुई थी. सोमनाथ व्यास जी के तहखाना में नियमित पूजा पाठ को लेकर आज सुनाए जाने वाले फैसले पर शहर के साथ-साथ देश की नजर टिकी हुई है. हिंदू पक्ष की माने तो यह फैसला बेहद निर्णयाक होगा और 1993 के पहले जिस प्रकार सोमनाथ व्यास जी के तहखाने में प्रवेश के साथ पूजा पाठ होता था हिंदू पक्ष उसी परंपरा को जारी रखना चाहता है.


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