प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील आज और कल यानी शुक्रवार को भी कार्य बहिष्कार पर हैं. हाईकोर्ट में अब अगले हफ्ते से ही काम शुरू होने की उम्मीद है. दरअसल बार एसोसिएशन ने शिक्षा सेवा अधिकरण की प्रधान पीठ लखनऊ में स्थापित किए जाने का विरोध किया है. इसी वजह से इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का लिया फैसला किया है. अधिवक्ताओं ने शिक्षा सेवा अधिकरण की प्रधान पीठ प्रयागराज में बनाए जाने की मांग की है. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह ने ये जानकारी दी है.


इससे पहले बुधवार को भी वकीलों ने इसका विरोध किया था. अधिवक्ताओं ने योगी सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अधिकरण की प्रधान पीठ प्रयागराज में ही होनी चाहिए. वकीलों ने मांग की है कि हाईकोर्ट के क्षेत्राधिकार के मुताबिक ही अधिकरण का भी क्षेत्राधिकार रखा जाना चाहिए. योगी सरकार ने हाल ही में शिक्षा सेवा अधिकरण को लेकर विधेयक पारित किया है. जिसमें इसका पालन नहीं किया गया है.


क्यों हो रहा है विरोध
विधेयक के मुताबिक, अधिकरण में दो दिन प्रयागराज में मुकदमों की सुनवाई होगी. वहीं, लखनऊ में स्थापित अधिकरण की प्रधान पीठ में तीन दिन मुकदमों की सुनवाई होगी. वकीलों ने योगी सरकार से विधेयक वापस लेने की मांग की है.


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