Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज के अल्लापुर इलाके के तिलकनगर क्षेत्र में 10 हजार लोगों तक पानी की सप्लाई न पहुंचने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने विभागीय अधिकारियों की उदासीनता पर नाराजगी जताई है. कोर्ट ने बुधवार को बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि 10 हजार लोगों तक पानी न पहुंचना पूरे सिस्टम का मजाक उड़ाता है.


कोर्ट ने कहा संबंधित विभागों के अधिकारियों ने पानी न पहुंचने का जो भी कारण बताया है, उससे साफ है कि उच्चाधिकारियों के पास जनता की मूल समस्याओं को दूर करने के लिए समय ही नहीं है. अधिकारी कुछ देखना-सुनना ही नहीं चाहते हैं.


हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी
कोर्ट ने इस मामले में गुरुवार को प्रयागराज के डीएम, जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहने का आदेश दिया है. कोर्ट ने यह आदेश देवराज सिंह व चार अन्य की जनहित याचिका पर दिया है.


जलकल विभाग की कोर्ट में सफाई
कोर्ट में जलकल विभाग के अधिवक्ता नीलांबर त्रिपाठी ने कहा हमारे पास पानी की कोई कमी नहीं है, लेकिन बिजली विभाग द्वारा ट्रांसफॉर्मर हटा दिए जाने के कारण हम पानी की सप्लाई नहीं दे पा रहे हैं. इस पर याची की ओर से बताया गया कि 2021 से क्षेत्र के 10 हजार लोगों को पानी की भयंकर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. 


हाईकोर्ट में आज भी जारी रहेगी सुनवाई
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के वकील नरेंद्र कुमार तिवारी का कहना है कि उनके विभाग को ट्रांसफॉर्मर लगाने के लिए कोई जमीन नहीं मिली है. ऐसे में समस्या है कि ट्रांसफॉर्मर कहां लगाया जाए, यही कारण है कि बिजली की सप्लाई नहीं हो पा रही है. कोर्ट ने हर हाल में क्षेत्र में गुरुवार शाम तक लोगों के घरों तक पानी की आपूर्ति बहाल करने को कहा है. हाईकोर्ट में गुरुवार को भी इस मामले में सुनवाई जारी रहेगी. 


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