Etawah: इटावा के मुर्दाघर में तीन साल से पड़ा हुआ है महिला का कंकाल, HC में सरकार ने दाखिल किया जवाब
UP News: इटावा में बीते तीन साल से पोस्टमार्टम हाउस में रखे हुए एक महिला का शव कंकाल में बदल गया है. अब इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरु कर दी है.
Allahabad High Court News: इटावा के पोस्टमार्टम हाउस में पिछले तीन वर्षों से एक महिला का कंकाल लावारिस हालत में पड़ा हुआ है. इस मामले में अस्पताल और पुलिस प्रशासन पर अब तक महिला का अंतिम संस्कार नहीं कराए जाने को लेकर सवाल खड़े हुए हैं. वहीं अब इस मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया है. ऐसे में इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस अजय भनोट की डिवीजन बेंच में मंगलवार (31 अक्टूबर) को इस पर सुनवाई हुई.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तीन साल से पोस्टमार्टम हाउस में महिला का कंकाल लावारिस हालत में पड़े होने को लेकर पिछली सुनवाई में राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस से सवाल कर जानकारी मांगी थी. जिसमें मंगलवार सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में राज्य सरकार की ओर से जवाब दाखिल कर जानकारी दी गई. राज्य सरकार ने ऐसे मामलों में सुझाव के लिए तीन शीर्ष अधिकारियों की कमेटी गठित की है.
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से किया जवाब तलब
फिलहाल अब इस मामले में अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी. वहीं हाईकोर्ट ने भी इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. हाईकोर्ट ने सरकार और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से सवाल किया है कि आमतौर पर पोस्टमार्टम हाउस में रखे गए शवों के अंतिम संस्कार के क्या नियम हैं? कोर्ट ने सवाल करते हुए पूछा है कि इस मामले में इतना विलंब होने की क्या वजह रही है.
शवों के अंतिम संस्कार को लेकर मांगी जानकारी
हाईकोर्ट की ओर पूछा गया है कि क्या ऐसा कोई नियम है जिसके तहत सरकार को निश्चित समय में शवों का अंतिम संस्कार करना होता है. वहीं कोर्ट ने प्रकरण में विवेचना की स्थिति और शव संरक्षित करने की पूरी टाइम लाइन बताने का निर्देश दिया था. इसके साथ ही संबंधित केस डायरी और डीएनए जांच के लिए भेजे गए सैंपल और उसकी रिपोर्ट के बारे में जानकारी मांगी थी.
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