यूपी में मौत के बाद 'भूत' ने FIR दर्ज कराई! इलाहाबाद हाई कोर्ट में आया अजीबोगरीब मामला
UP News: शिकायतकर्ता की मौत 19 दिसंबर 2011 को हो गई थी, जिसका समर्थन सी जे एम कुशीनगर की रिपोर्ट में भी किया गया है. उन्होंने मृतक की पत्नी के बयान व मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर रिपोर्ट दी.
UP Ghost Filed FIR: इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अजीबो-गरीब मामला आया. कोर्ट में मौत के तीन साल बाद मृत व्यक्ति कुशीनगर के शब्द प्रकाश के कथित भूत ने याची के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं पुलिस विवेचना अधिकारी ने उस कथित भूत का बयान भी दर्ज किया, पुलिस ने बयान दर्ज करने के बाद चार्जशीट दाखिल की. इतना ही नहीं भूत ने हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में 19 दिसंबर 2023 को वकालतनामा भी हस्ताक्षर करके दिया.
वहीं इस मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी भी हैरत में पड़ गए. उन्होंने कहा कि वह केस के तथ्य से अवाक हैं कि किस तरह पुलिस अपराध की विवेचना करती है. पुलिस ने तीन साल पहले मरे आदमी का बयान दर्ज कर लिया, कोर्ट ने एसपी कुशीनगर को निर्देश दिया कि कथित भूत निर्दोष को परेशान कर रहा है और एफआईआर करा रहा है.
इतना ही नहीं विवेचना अधिकारी को अपना बयान दर्ज करा रहा है, ऐसे विवेचना अधिकारी की जांच कर रिपोर्ट पेश करें. वहीं कोर्ट ने साथ ही याची पुरूषोत्तम सिंह व चार अन्य के खिलाफ आपराधिक केस कार्यवाही को रद्द कर दिया है. कोर्ट ने कहा ममता देवी ने अधिवक्ता विमल कुमार पाण्डेय को मृत व्यक्ति का वकालतनामा हस्ताक्षरित करके दिया है. कोर्ट ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से कहा है कि वह वकीलों को भविष्य में सावधानी बरतने की सीख दें.
बता दें कि शिकायतकर्ता शब्द प्रकाश की मौत 19 दिसंबर 2011 को हो गई थी, जिसका समर्थन सी जे एम कुशीनगर की रिपोर्ट में भी किया गया है. उन्होंने मृतक की पत्नी के बयान व मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर रिपोर्ट दी. मृत व्यक्ति के भूत ने 2014 में कोतवाली हाता में एफआईआर दर्ज कराई, पुलिस ने 23 नवंबर 2014 को चार्जशीट दाखिल कर दी. इसके साथ ही कथित भूत को अभियोजन गवाह नामित कर दिया, इस याचिका में केस कार्यवाही की वैधता को चुनौती देते हुए रद्द करने की मांग की गई थी.
UP में सुन्नी और शिया वक्फ बोर्ड के पास करोड़ों की संपत्ति, जानें- किस-किस शहर में है प्रॉपर्टी