प्रयागराज: एटा में पुलिस बर्बरता के मामले में HC ने लिया स्वत: संज्ञान , सीजेएम से दस दिनों में मांगी रिपोर्ट
एटा में पुलिस कर्मियों द्वारा एक वकील की बुरी तरह से पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुये सीजेएम को जांच के लिये कहा है.
प्रयागराज: यूपी के एटा में पुलिस द्वारा वकील और उसके परिवार वालों की बेरहमी से पिटाई किये जाने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दखल देते हुए जिले के सीजेएम से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है. हाईकोर्ट ने सीजेएम को दस दिनों में अपनी रिपोर्ट देने को कहा है. अदालत ने एटा के डीएम और एसएसपी को जांच में पूरा सहयोग देने को कहा है. अदालत इस मामले में आठ जनवरी को फिर से सुनवाई करेगी. हाईकोर्ट ने इस मामले में सुओ मोटो लेते हुए जाड़े की छुट्टियों में आज सुनवाई की थी. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस गोविन्द माथुर और जस्टिस एसडी सिंह की डिवीजन बेंच में हुई.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
गौरतलब है कि एटा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में कई पुलिसकर्मी वकील की ड्रेस में मौजूद एक शख्स को लाठियों और लात -घूंसों से बेरहमी से पीटते हुए नज़र आ रहे हैं. वायरल वीडियो में पुलिस बर्बरता का शिकार हुए शख्स की पहचान एटा के वकील राजेंद्र शर्मा के तौर पर हुई. वीडियो रोंगटे खड़े कर देने वाला था. इस वीडियो को लेकर प्रदेश भर के वकीलों में ज़बरदस्त नाराज़गी थी.
हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महामंत्री प्रभा शंकर मिश्र समेत कई वकीलों ने इस मामले में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को लेटर भेजकर दखल देने, मामले की न्यायिक जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की थी. चीफ जस्टिस ने इस मामले में सुओ मोटो लेते हुए जनहित याचिका कायम कर सुनवाई की.
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