Prayagraj News: इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग, सभी पदों पर नजदीकी मुकाबला
Prayagraj News: इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में 8501 मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना है. मतदान के लिए 20 बूथ बनाए गए हैं. इस बार कुल 28 पदों के लिए 181 उम्मीदवार मैदान में हैं.
Allahabad High Court Bar Association: इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) बार एसोसिएशन (Bar Association) के नए पदाधिकारियों के चुनाव के लिए आज कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जा रहा है. मतदान (Voting) शाम पांच बजे तक होगा, जबकि वोटों की गिनती एक फरवरी से शुरू होगी. मतदान को लेकर अधिवक्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. ज्यादातर बूथों पर वोटरों की लंबी लाइन लगी हुई है. शुरुआती दो घंटों में ही 25 फ़ीसदी से ज्यादा वोटरों ने मतदान कर लिया था. ज्यादातर पदों पर इस बार बहुकोणीय और नजदीकी मुकाबला हो रहा है.
इस बार 13 प्रमुख पदों समेत कुल 28 पदों के लिए होने वाले चुनाव में 181 उम्मीदवार मैदान में हैं. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में 8501 मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना है. मतदान के लिए 20 बूथ बनाए गए हैं. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए इस बार कई नये कदम उठाए गए हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए
वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है. पूरी चुनाव प्रक्रिया सीआरपीएफ की निगरानी में करायी जा रही है. इस बार बैलेट पेपर पर उम्मीदवारों के नाम के साथ ही उनकी कलर्ड फोटो भी लगाई गई है. बोगस वोटिंग रोकने के लिए सेंसर वाले कैमरों का भी प्रयोग किया गया है. महिलाओं और सीनियर एडवोकेट्स के लिए दो अलग बूथ बनाए गए हैं. वोटरों के लिए ड्रेस में आना अनिवार्य किया गया है और बार एसोसिएशन का पहचान पत्र भी साथ लाने पर ही वोटिंग कराई जा रही है.
वोटिंग के लिए आने वाले वकीलों को पहले एक टोकन दिया जा रहा है. उसके बाद सेंसर युक्त कैमरे से उनकी फोटो खींची जा रही है. टोकन मिलते ही वोटर के नाम को कम्प्यूटर की मदद से ब्लॉक कर दिया जाता है, ताकि उस नाम पर दोबारा वोट नहीं पड़ सके. पूरे सेंटर पर दर्जनों की संख्या में बैटरी से चलने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. मुख्य चुनाव अधिकारी अनिल भूषण के मुताबिक निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराया जा रहा है. उनके साथ तीन अन्य चुनाव अधिकारी व साथ ही तकरीबन डेढ़ सौ सहायक चुनाव अधिकारियों की भी तैनाती की गई है.
सभी पदों पर दिलचस्प मुकाबला
चुनाव में वैसे तो सभी पदों पर नजदीकी और दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है, लेकिन सबकी निगाहें अध्यक्ष और महासचिव के उम्मीदवारों पर टिकी हुई हैं. अध्यक्ष पद पर इस बार आठ और महसचिव पद पर चौदह उम्मीदवार मुकाबले में हैं. अध्यक्ष पद पर अनिल तिवारी, अशोक कुमार सिंह, अतुल कुमार पांडेय, अविनाश चंद्र तिवारी, चंद्र प्रकाश उपाध्याय, दयाशंकर मिश्र, इंद्र कुमार चतुर्वेदी और राम अवतार वर्मा चुनाव मैदान में हैं. इसी तरह महासचिव पद पर अभिषेक चौहान, अच्युतानंद पांडेय, अखिलेश कुमार द्विवेदी, अखिलेश कुमार शर्मा, लालधारी राजभर, नन्हे लाल त्रिपाठी, नितिन शर्मा, प्रशांत सिंह, राज कुमार गौतम, राकेश कुमार गुप्ता, राय साहब यादव, संतोष कुमार मिश्र, शशि प्रकाश सिंह और विक्रांत पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं.
इस बार के चुनाव में अध्यक्ष पद पर आठ, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट पद पर दस, महासचिव पद पर चौदह, संयुक्त सचिव प्रशासन पद पर दस, संयुक्त सचिव लाइब्रेरी पद पर आठ, ज्वाइंट सेक्रेट्री प्रेस पद पर आठ, संयुक्त सचिव महिला पद पर चार, कोषाध्यक्ष पद पर नौ, उपाध्यक्ष के पांच पदों के लिए उनतालीस और कार्यकारिणी सदस्य के पंद्रह पदों के लिए बहत्तर उम्मीदवार मैदान में हैं.
मतदान के बैलेट बॉक्स सीआरपीएफ की निगरानी में रखे जायेंगे. वोटिंग की तरह ही काउंटिंग में पुलिस व प्रशासन के लोगों के साथ ही सीआरपीएफ की भी निगरानी रहेगी. वोटों की गिनती एक फरवरी से रोज़ाना सुबह दस से शाम पांच बजे के बीच होगी. एक फरवरी को सबसे पहले बैलेट पेपर्स को छांटा जाएगा. चुनाव में पांच अलग अलग बैलेट पेपर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. सभी पदों की काउंटिंग पूरी होने में एक हफ्ते से दस दिनों का वक़्त लग सकता है.