प्रयागराज: तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने अपने सभी हॉस्टल्स को कोविड वार्ड बनाने का अहम फैसला लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने तमाम हॉस्टल में रह रहे स्टूडेंट से तुरंत हॉस्टल खाली करने की अपील की है और कहा है कि वह अपने घर लौट जाएं, उनकी पढ़ाई ऑनलाइन मोड पर जारी रहेगी.


प्रशासन की अपील के बाद फैसला


इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने यह फैसला जिला प्रशासन के अनुरोध के बाद लिया है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर असिस्टेंट रजिस्ट्रार देवेश कुमार गोस्वामी ने डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर के पी सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुलपति के निर्देश पर हॉस्टल्स को तत्काल खाली करा लिया जाए, यह निर्देश छात्र हित को देखते हुए लिया गया है. इसके साथ ही हॉस्टल को कोरोना वार्ड में परिवर्तित करने के लिए प्रक्रिया भी शुरू की जाए.


ऑनलाइन में जारी रहेगी पढ़ाई


ऐसे में सभी छात्र हॉस्टल छोड़कर अपने घरों को वापस लौट जाएं और ऑनलाइन मोड पर अपनी पढ़ाई जारी रखें. पत्र में जिक्र किया गया है कि, अस्पतालों में कोविड मरीजों की भर्ती के लिए जगह नहीं बची है. ऐसे में हॉस्टल को कोविड वार्ड में बदला जाएगा. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ डॉक्टर जया कपूर ने बताया कि, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुल 16 हॉस्टल हैं, जिनकी स्ट्रैंथ 3000 के आसपास है. ऐसे में अगर इन हॉस्टल को कोविड-19 में बदला जाएगा तो हजारों कोरोना संक्रमित मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और उनका बेहतर इलाज संभव हो पाएगा.


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