UP News: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की भगवान राम और कृष्ण पर अमर्यादित टिप्पणी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. हिंदूवादी संगठनों की शिकायत पर प्रयागराज पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है. दूसरी तरफ अब सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस और बीजेपी एकजुट हो गई हैं. उन्होंने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. एफआईआर दर्ज होने के बाद प्रोफेसर ने वीडियो संदेश जारी कर सफाई पेश की है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में डॉ विक्रम हरिजन मध्यकालीन इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. आरोप है कि उन्होंने दो दिन पहले सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर भगवान राम और कृष्ण के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी.


भगवान पर टिप्पणी कर बुरे फंसे प्रोफेसर


सोशल मीडिया पोस्ट में भगवान राम को हत्यारा और कृष्ण को छेड़छाड़ करने वाला बताया गया था. उन्होंने लिखा, "आज के दौर में भगवान राम और कृष्ण दोनों के खिलाफ ही आपराधिक मुकदमा दर्ज हो जाता." आपत्तिजनक पोस्ट सामने आने के बाद कोहराम मच गया. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं ने मोर्चा खोल लिया. आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विक्रम हरिजन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की गई. हिंदूवादी संगठनों की शिकायत पर आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया.


हिंदूवादी संगठनों ने दर्ज कराया मुकदमा


कर्नलगंज पुलिस ने आईपीसी समेत आईटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया. डीसीपी सिटी दीपक भूकर के मुताबिक मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और हिंदू जागरण मंच ने असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम हरिजन के बयान से भावनाओं को ठेस पहुंचने की बात कही. हिंदूवादी नेताओं ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. दूसरी तरफ मामले में सियासत भी शुरू हो गई है. दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बीजेपी विधायक सुरेंद्र चौधरी सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि आरोपी प्रोफेसर पहले भी हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते रहे हैं. उनके बयान से करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत होती हैं. इसलिए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.


बीजेपी और कांग्रेस की भी दिखी एकता


उन्होंने सरकार से भी सीधे तौर पर दखल देने की मांग की है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रोफेसर विक्रम हरिजन के बयान को गलत बताया है. उन्होंने बयान की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है. हिंदुओं के भगवान पर अमर्यादित टिप्पणी के मामले ने कांग्रेस और बीजेपी को एकजुट कर दिया है. चौतरफा निंदा होने और कानूनी शिकंजा कसने के बाद आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम हरिजन ने वीडियो संदेश जारी कर सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि बयान देने का मकसद धार्मिक भावनाएं भड़काना नहीं है. प्रोफेसर ने कहा कि उदाहरण के जरिए छात्रों को जागरूक करना था. बता दें कि प्रोफेसर विक्रम हरिजन का विवादों से पुराना नाता है. पहले भी विवादस्पद बयानबाजी से प्रोफेसर बुरे फंस चुके हैं. 


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