Almora Bus Accident: अल्मोड़ा बस हादसे में जान गंवाने वाले 11 लोगों का सामूहिक अंतिम संस्कार सल्ड महादेव घाट पर किया गया. इस दुर्घटना ने पौड़ी जिले के धुमाकोट और उसके आसपास के इलाकों को गहरे शोक में डुबो दिया है. बराथ गांव के हर घर में मातम और सन्नाटा पसरा हुआ है, जहां धुमाकोट के दस लोगों और अल्मोड़ा की सल्ट तहसील के एक व्यक्ति की जान चली गई. एक ही चिता पर 11 मृतकों का अंतिम संस्कार देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं.
घटनास्थल पर जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान, एसएसपी लोकेश्वर सिंह, एसडीएम शालिनी मौर्य और बीडीओ प्रमोद पांडेय समेत प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.क्षेत्र के विधायक दिलीप रावत के निर्देश पर जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था की थी.प्रशासन ने लकड़ी का प्रबंध करते हुए परिवारों को इस कठिन समय में सहयोग प्रदान किया.पूरे इलाके के लोग अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई देने के लिए शल्ड महादेव घाट पर एकत्रित हुए.
36 लोगों ने गंवाई अपनी जान
इस दुर्घटना में धुमाकोट के 36 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जिनमें से 11 का सामूहिक रूप से अंतिम संस्कार हुआ. मृतकों में शंका देवी (दिगोली), दर्शनलाल (मंजेड़ा), शक्ति कुमार (पड़सोली), दीपांशु (देवलाड), विशाल और विशाल रावत (ज्यूंदालु), प्रवीण दत्त (खेतू बाखल), सलोनी नेगी और उनके चचेरे भाई प्रवीन नेगी (कुलाईखांद), नीरज ध्यानी (झरड़डाली), आयुष मैंदोलिया (पातल तल्ला) और बस चालक दिनेश (मंगरौसेरा, सल्ट अल्मोड़ा) शामिल थे.इन सभी के एक साथ अंतिम संस्कार से घाट पर भारी शोक का माहौल था.
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं.यशोदा देवी का नाती शुभम दीवाली मनाने ननिहाल आया था और हादसे में उसकी मौत हो गई. यशोदा देवी का पुत्र विशाल और दो पोते विपाशु और तुषार घायल हैं. हादसे में अन्य घायलों में ग्रामीण विनोद पोखरियाल और महानंद की हालत खतरे से बाहर बताई गई है.वहीं सैनिक वीरेंद्र सिंह और उनके पुत्र विशाल को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें रेफर कर दिया गया है.हादसे में घायल लोगों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
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