अयोध्या: राम लला के मंदिर निर्माण के लिए लगातार रामभक्त दान दे रहे हैं. श्रद्धालु रामलला के मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान चल रहे हैं. इसी का परिणाम है कि लगभग 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा का चंदा अबतक आ चुका है. निधि समर्पण अभियान के दरमियान अभी लगातार धन संग्रह हो रहा है. ट्रस्ट का दावा है कि आशा से अधिक राम भक्तों ने राम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग किया है. लगभग 4 कुंटल से ज्यादा चांदी और सोने का दान भी किया गया है. इसी क्रम में आज दलितों की तरफ से डॉ भीमराव अंबेडकर महासभा ट्रस्ट ने श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा को चांदी की ईंट दान की है. अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने कारसेवक पुरम में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए चांदी की शिला भेंट की है.


सभी वर्गों का सहयोग मिल रहा है


इस दौरान, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि भगवान राम लला को प्रतीक स्वरूप चांदी की ईंट अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल की तरफ से रामलला को समर्पित किया गया है. 15 जनवरी मकर संक्रांति से श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए के लिए निधि समर्पण अभियान चलाया जा रहा है. समाज ने बहुत ही व्यापक स्तर पर इस में अपना सहयोग दिया है.


बैंक के लॉकर हो गये फुल


वहीं, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा का कहना है कि राम लला के मंदिर निर्माण के लिए आ रही चांदी के दान को रखने के लिए जगह नहीं बची है. बैंक के लॉकर फुल हो गए हैं. इस वजह से बीच में चांदी का दान लेना बंद कर दिया गया था. ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि जब इसकी जरूरत पड़ेगी, मंदिर निर्माण में तो लगेगा, लेकिन अभी तक जो हम लोग धातु के रूप में दान स्वरूप आया है, समाज से निवेदन कर रहे हैं कि धातु के रूप में दान ना दें, उसको रखने के लिए हमारे पास समस्या है. अनिल मिश्रा ने बताया कि, हमारी अपील है कि, लोग चांदी का दान ना करें. यही नहीं, आगे मंदिर निर्माण के लिये अगर जरूरत पड़ेगी, तब हम इसका आह्वान करेंगे.


नींव की खुदाई का काम जारी


रामलला के मंदिर निर्माण पर बोलते हुए ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि रामलला के परिसर में नींव की खुदाई का काम प्रगति पर है. लगभग 9 मीटर तक खुदाई पूरी हो गई है. 70 दिनों के अंदर नींव की खुदाई का काम पूरा हो जाएगा. इसे दौरान उसके अंदर जो फिल्ड इंजीनियरिंग मैटेरियल है उसका कंपोजीशन सब तैयार किया जा रहा है. इसी माह के आखिरी में कार्यों की समीक्षा बैठक होगी और इसके बाद नींव की खुदाई का काम पूरा हो जाएगा. यह काम मार्च महीने के अंत से फीलिंग के लिए शुरू किया जाएगा.


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