Ambedkarnagar News: 15 अगस्त के अवसर पर पूरा देश हर घर तिरंगा फहराने के अभियान में पूरे मनोयोग से जुटा हुआ है, जिसमें तिरंगे की मांग अचानक बढ़ जाने से अम्बेडकरनगर के इस गांधी आश्रम में दिन रात तिरंगा तैयार किया जा रहा है. स्वाधीनता संग्राम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार और स्वदेशी अपनाने के आंदोलन को गति देने के लिए अम्बेडकर नगर के गांधी आश्रम की स्थापना की गई थी.
गांधी आश्रम में जोरों-शोरो से तैयार किए जा रहे हैं झंड़े
आंदोलन को सफल बनाने के उद्देश्य से गांधी जी इस आश्रम में सन 1929 में स्वयं आये थे. आज जब देश आजादी के 75वें साल पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, ऐसे में एक बार फिर जिले का यह गांधी आश्रम तिरंगा की तैयारी जोर शोर से कर रहा है. गांधी आश्रम के मंत्री रमेश चंद्र तिवारी ने बताया कि अन्य वर्षों में यहां खादी के हजार डेढ़ हजार झंडे ही बनाये जाते रहे हैं, लेकिन इस साल आजादी के अमृत महोत्सव के कारण हजारों की संख्या में तिरंगा झंडा तैयार किया जा चुका है और अभी भी झंडे तैयार हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई जिलों में तिरंगे झंडे की सप्लाई यहीं से होती है.
वीर सपूतों के पार्थिव शरीर के तिरंगे भी यहीं होते हैं तैयार
तिरंगे झंडे को तैयार करने में दर्जनों की संख्या में इस गांधी आश्रम के कार्यकर्ता जूट हुए हैं, जो रात दिन एक करके तिरंगा तैयार कर रहे हैं. बुजुर्ग हो चुके टेलर इफ्तेखार अहमद ने बताया कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि उनके हाथों से बने खादी का तिरंगा देश मे शान से लहरा रहा है. इस गांधी आश्रम की एक खास बात और है. देश पर कुर्बान होने वाले वीर सपूतों के पार्थिव शरीर को जिस तिरंगे में लपेट जाता है, वह भी यहां तैयार किया जाता है.
ये भी पढ़ें:-