अंबेडकर नगर में जिला पंचायत अध्यक्ष की जंग को लेकर बीजेपी के साधू वर्मा और समाजवादी पार्टी के अजीत यादव के बीच मुकाबला है. बीजेपी के साधू वर्मा की बात करें तो वह टांडा से निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य बने हैं और कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए है. उन्हें बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन है.


बीजेपी के साधू वर्मा को अपनी जीत का भरोसा


साधू वर्मा को चुनाव जिताने की जिम्मेदारी बीजेपी आलाकमान ने आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल को सौंपी है,यही वजह है कि साधू वर्मा को अपनी जीत का पूरा भरोसा है.


समाजवादी पार्टी के अजीत यादव भी मजबूत दावेदार


वहीं दूसरी और सपा के अजीत यादव छात्र राजनीति से जुड़े रहे हैं. अजीत यादव पर 5 आपराधिक केस दर्ज हैं. हालांकि किसी मामले में दोष सिद्ध नहीं हुआ है. समाजवादी पार्टी और बीजेपी  दोनों ही अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन उससे पहले अंबेडकर नगर का गणित समझना होगा.


अंबेडकर नगर सीट का गणित
कुल सदस्य- 41
जीत के लिए- 21
भाजपा-02
सपा- 11
बसपा-09
सुभाषपा-01
निर्दलीय-18
आंकड़े बता रहे हैं कि अंबेडकर नगर में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के लिए ना बीजेपी के पास नंबर है ना ही सपा के पास. ऐसे में निर्दलीय की भूमिका अहम हो जाती है.मतलब कौन जीतेगा कौन हारेगा ये निर्दलीय सदस्यों के वोटों से तय होगा.


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