Amethi News: अमेठी (Amethi) की जगदीशपुर विधानसभा के मंगरौरा गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बन रही सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. 24 घंटे पहले बनी सड़क को ग्रामीणों ने हाथ से उखाड़ दिया, जिससे सारी पोल खुल गई. इस सड़क के निर्माण में किसी भी तरह के मानकों को नहीं देखा गया और सिर्फ खानापूर्ति करके इस सड़क को बनाया गया है. इस सड़क को बनाने में न तो पुरानी सड़क पर सफाई की गई और न ही तारकोल लगाया गया सिंर्फ सड़क की एक पतली परत बिछा दी गई.
दरअसल, यह पूरा मामला जगदीशपुर विधानसभा के मंगरौरा गांव का है. जगदीशपुर से रायबरेली मार्ग को जोड़ते हुए मंगरौरा गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क बनाई जारही है जिसकी लागत 3 करोड़ 55 लाख रुपए से अधिक है. विभाग की तरफ से अभी करीब एक किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा चुका है. देर शाम ग्रामीणों ने निर्माणाधीन सड़क को देखा तो हैरान रह गए.
पीएमजीएसवाई के जेई ने सफाई पेश की
पूरे मामले पर पीएमजीएसवाई के जेई ने कहा कि जगदीशपुर विधानसभा के जाफरगंज मंडी के पास मंगरौरा में 8.3 किलोमीटर सड़क बन रही है जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत है, जिसका निर्माण मानक के अनुरूप कार्य जा रहा है. गुणवत्ता के लिए थर्ड पार्टी चेकिंग होती है, इसके लिए स्टेट क्वालिटी मॉनिटर और डिपार्टमेंट क्वालिटी मॉनिटर के द्वारा समय समय पर जांच की जाती है. जांच के दौरान कोई भी मानक विहीन नहीं पाया गया है और मानक के अनुरूप कार्य जा रहा है.
जेई ने कहा कि जनता को तारकोल की सड़कों का निर्माण देखने का अनुभव है. सल्फर डेस्टिंग उनके समझ मे नही आ रहा है इसलिए उन्हें ये काम समझ मे नहीं आ रहा है. इस प्रक्रिया से तुरंत सड़क मजबूत नहीं होती है. इसके सूखने के बाद ही सड़क मजबूती पकड़ती है.
ग्रामीणों का आरोप है कि जो सड़क बन रही है वो मानक के विपरीत है और सड़क को गुणवत्तापूर्ण बनाया जाए. ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों के बयान पर कहा कि जहां से सड़क शुरू होती है वहां एक बोर्ड लगाकर एक साल तक आवागमन बंद कर दे जिससे इसकी डेस्टिंग मजबूती से पकड़ ले. ग्रामीणों का साफ कहना है कि सड़क बने तो गुणवत्तापूर्ण बने, नहीं तो सड़क का निर्माण नही होने दिया जाएगा.
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